पाकिस्तान चला था भारत को जवाब देने, लेकिन हो गई चूक…..

पाकिस्तान एक ऐसा मुल्क है जो अपनी हरकतों की वजह से अक्सर मजाक का पात्र बनता रहता है लेकिन फिर भी वो सबक सीखने को तैयार नहीं. ऐसा लगता है कि उसे अपना मज़ाक उड़वाने में उसे अब मज़ा आने लगा है. आज उसने एक ऐसी हरकत की जिससे पूरी दुनिया में उसका मज़ाक बन गया. बाद में शर्मिंदगी मिटाने के लिए उसे ट्वीट ही डिलीट करना पड़ा.

हुआ ये कि बीते दिनों भारत के मौसम विभाग ने पाक कब्जे वाले गिलगित-बाल्टिस्तान और मुज़फ्फराबाद के मौसम का हाल बताना शुरू किया. इससे तिलमिलाए पाकिस्तान ने भारत को जवाब देने की कोशिश की लेकिन उसे लेने के देने पड़ गए और उसका मज़ाक उड़ गया. भारत को जवाब देने के लिए पाकिस्तान ने लद्दाख, श्रीनगर समेत जम्मू और कश्मीर के कई हिस्सों का तापमान बताने का फैसला किया. इसी क्रम में लद्दाख का तापमान बताते हुए रेडियो पाकिस्तान से एक चूक हो गई. वो बेसिक नंबर सिस्टम में ही चूक कर बैठा. ‘रेडियो पाकिस्तान’ ने बताया कि लद्दाख में अधिकतम तापमान -4 डिग्री सेंटीग्रेट है और न्यूनतम तापमान -1 डिग्री सेंटीग्रेट है. भारत को जवाब देने चले पाकिस्तान को ये तक नहीं पता था कि -4 और -1 में बड़ा कौन है और छोटा कौन. उसने -4 को अधिकतम तापमान बता दिया और -1 को न्यूनतम तापमान. निगेटिव नंबर के लिए भी पाकिस्तान ने पॉजिटिव नंबर वाला सिस्टम अपनाया और उसके बेसिक मैथ के शिक्षा की पोल खुल गई.

लोगों की नज़र इस ट्वीट पर पड़ी तो पाकिस्तान का मजाक उड़ गया. हालाँकि पाकिस्तान ने गलती का अहसास होने पर ट्वीट को डिलीट कर दिया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. लोगों ने उस ट्वीट का स्क्रीनशॉट ले लिया था और उसके बाद तो पाकिस्तान की ऐसी धज्जियाँ उड़ाई गई कि वो भी अपनी गलती पर पछता रहा होगा. लोगों ने कहा पाकिस्तान को -4 और -1 में बड़ा कौन है ये नहीं पता और बात करता है कश्मीर लेने की. कुछ लोगों ने तो हि’जबु’ल मुजाहिद्दीन के मृ’त आ’तं’की रियाज नाइकू का नाम लेते हुए भी पाकिस्तान को ट्रोल किया. गौरतलब है कि रियाज की मौ’त के बाद भारत के वामपंथी मीडिया ने खोज किया कि रियाज मैथ टीचर था. hairy woman


Comments

One response to “पाकिस्तान चला था भारत को जवाब देने, लेकिन हो गई चूक…..”

  1. भाई इतने पढ़े लिखे होते तो -4 और -1 मे कौन बड़ा है कौन छोटा पता होता वैसे भी पाकिस्तान को नकल की आदत है, मगर कहते है नकल के लिए भी अक्ल की आवश्यकता होती है मगर इन मूर्खों को कौन समझाए ।

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