इरफ़ान खान का जन्म 7 जनवरी ,1967 को राजस्थान में हुआ । इन्होंने ‘नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा’ (NSD) से अभिनय का कला सीखा । 1995 में इन्होंने सुतापा सिकदर से विवाह किया । कॉलेज के समय से ये संबंध में थे और फिर इन्होंने विवाह किया । इनके दो बच्चे है ।
इरफ़ान के काम के बारे में कहे तो इन्होंने केवल हिंदी सिनेमा में नही बल्कि ब्रिटिश सिनेमा में भी ख़ूब नाम कमाया । इनकी पहली फ़िल्म “सलाम बॉम्बे”, 1988 में रिलीज हुई । इसमें इन्होंने एक छोटा किरदार ही निभाया। फिर कुछ वर्षों तक इन्हें संघर्ष करना पड़ा पर जब 2001 में इन्होंने हॉलीवुड की फ़िल्म “द वॉरियर” में काम किया तो सही माएने में बॉलीवूड में भी इनके दरवाज़े खुल गए । फिर इन्होंने “मक़बूल, हासिल, पान सिंह तोमर” जैसी बहुत सी फ़िल्मे किए और राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीते । हॉलीवूड में भी इन्होंने कुछ फ़िल्मों से अपना चिन्ह बनाया । “जुरैसिक वर्ल्ड , लाइफ़ ऑफ पाई” से ये जाने गए। इनकी हिंदी फ़िल्मों में सबसे ज़्यादा “हिंदी मिडियम” ने कमाई और इस फ़िल्म के लिए इन्हें फ़िल्म फेर अवार्ड भी मिला । इनकी आख़री फ़िल्म “अंग्रेज़ी मिडियम” 2020 में रिलीज हुई थी जिसकी बहुत प्रशंसा हुई । इन्हें 2011 में पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया था ।
2018 में इनके ट्वीट ने इनके सभी चाहने वालों को पीड़ा दी । उस ट्वीट में इन्होंने बताया की इनके शरीर में ट्यूमर पाया गया है । पूरी फ़िल्म इंडस्ट्री हैरान थी । फिर यह अपने ट्रीटमेंट के लिए वे युनाइटेड किंगडम गए और कुछ आठ महीनो बाद फ़रवरी 2019 को भारत लौटे । बीमारी के रहते हुए इन्होंने “अंग्रेज़ी मिडियम” की शूटिंग ख़त्म की पर फ़िल्म के प्रोमोशन पे नही जा पाए । एक वीडियो के माध्यम से इन्होंने कहा की –
“ हेल्लो भाईयों और बहनो नमस्कार, मै इरफ़ान । मै आज आपके साथ हूँ भी और नही भी ! खैर , ये फ़िल्म ‘अंग्रेज़ी मिडियम’ मेरे लिए बहुत ख़ास है । सच यक़ीन मानिए मेरी दिली ख़्वाहिश थी कि इस फ़िल्म को उतने ही प्यार से प्रोमोट करूँ जितने प्यार से हमने इसे बनाई है लेकिन मेरे शरीर के अंदर कुछ अनवॉनटेड मेहमान बैठे हुए है उनसे वार्तालाप चल रहा है….”
इतना ही सुन कर इनके चाहने वालों की आँखे नम ज़रूर हुई होगी की इंडस्ट्री का इतना बेहतरीन कलाकार इस दौर से गुज़र रहा है । इरफ़ान ने अपने जीवन में कुछ ऐसी बातें भी बतायी है जो दिल को छू जाती है। इन्होंने कहा की हम जीतने के इस माहौल में इतने घिर गए है की हम भुल गए है की प्रेम करना और प्रेम पाना क्या होता है और यह हमें तब याद आता है जब हम जीवन में बहुत कमज़ोर हो जाते है ।
एक बीमारी से निकले ही थे की 28 अप्रैल 2020 को इन्हें कोलोन इंफ़ेकशन हुआ। मुम्बई के कोकिला बेन अस्पताल में इन्हें भर्ती कराया गया परंतु अगले ही दिन 29 अप्रैल को 53 वर्ष की आयु में ही इन्होंने दम तोड़ दिया। इनकी माता का निधन चार दिन पहले ही 25 अप्रैल को जयपुर में हुआ था और कोरोनावायरस के इस लॉकडाउन के कारण ये अपनी माता के अंतिम संस्कार पे नही जा पाए थे इसीलिए जब इनकी मृत्यु हुई तो इनके आख़री शब्द थे की “अम्मा मुझे लेने आई हैं ”।
बॉलीवूड के कई सितारों ने इन्हें स्मरण करते हुए सोशियल मीडिया के माध्यम से इन्हें श्रद्धांजली दी । इसी प्रकार इनके बड़े बेटे ने पिता को याद करते हुए एक वीडियो डाला।
इरफ़ान के परिवार ने कहा की जो प्रेम उन्हें इस कमज़ोर समय में मिला है उससे उन्हें लगता है की उन्होंने कुछ खोया नही बल्कि बहुत कुछ पाया है । साथ ही इरफ़ान के पुत्रों ने इरफ़ान से जो सीखा उसका भी उल्लेख किया है । परिवार ने सबको धन्यवाद भी कहा। unshaven girl