आनंद महिंद्रा ने 31 मई को अपने ट्वीटर अकाउंट पर एक ऐसा वीडियो पोस्ट किया जिसे अगर आप देखेंगे तो आपको यक़ीन को जाएगा कि मनुष्य के लिए कुछ भी असंभव नही है। अगर वह कुछ ठान ले और पूरी निष्ठा से उसकी ओर बढ़े तो अवश्य ही वो करके दिखाता है।
I think I better understand the meaning of the word courage after seeing this…This has nothing to do with Covid, but in these dark times, this should give us the conviction that we can overcome all challenges in front of us… https://t.co/Lc9hEf7KVH
— anand mahindra (@anandmahindra) May 31, 2020
इस वीडियो मे एक महिला है जिनका नाम जिलुमोल मैरियट थॉमस है। ये 28 वर्ष की है। इन्हें जन्म से ही थैलिडोमाइड सिंड्रोम है। इस बीमारी के कारण जन्म से ही इनके दोंनो हाथ नही है। हाथ ना होने के बाद भी ये अपनी हिम्मत से बहुत प्रसिद्ध हो रही है। ये अपने पैर से गाड़ी चलाती है। जिस तरीक़े से ये अपने पैरो से ब्रेक, स्टीयरिंग और गियर सम्भालती है, आप हैरान रह जाएँगे।
आपको बता दे की यह केरला की पहली महिला है जो दोंनो हाथो के बिना गाड़ी चलाती है।
महिंद्रा ने वीडियो के साथ लिखा की – “मुझे लगता हैं कि इसे देखने के बाद मै साहस शब्द को बेहतर समझ सकता हूँ। इसका कोविड से कोई लेना देना नही है लेकिन इस मुश्किल घड़ी में यह हमें विश्वास दिलाता है कि हम उन सभी चुनौतीपूर्ण हालातों का सामना कर सकते है , जो हमारे सामने आते है।”
थॉमस पैर से गाड़ी का दरवाज़ा खोलती है और पैर की उँगलियो के बीच चाबी रख कर गाड़ी स्टार्ट भी करती है। ब्रेक लगाने से ले कर गियर लगाने तक यह पूरे गाड़ी को अपने पैर से नियंत्रण में करती है। इस वीडियो को तीन लाख से ज़्यादा लोग देख चुके है।
2014 से ये प्रयास कर रही है कि किसी तरह इन्हें लाइसेंस मिले। पर 2018 मे इन्हें हाई कोर्ट पहुँचना पड़ा जिसके बाद इन्हें लाइसेंस के लिए हामी मिली। займ срочно без отказов и проверок