हेमा मालिनी का जन्म 16 अक्टुबर , 1948 में हुआ । इनकी माता जया लक्ष्मी और पिता वीएसआर फ़िल्म इंडस्ट्री से जुड़े हुए थे। इन्होंने ग्यारवी क्लास में ही पढ़ाई छोड़कर फ़िल्मों में काम करना शुरू किया। इनकी पहली फ़िल्म तमिल में थी – “इथू सथियम” जो 1962 में रिलीज़ हुई । “सपनो का सौदागर” से इनको फ़ेम मिलना शुरू हुई। इनकी अधिकतर फ़िल्मे धर्मेन्द्र ,राजेश खन्ना और देव आनंद के साथ है।
धर्म सिंह देओल अर्थात धर्मेन्द्र का जन्म पंजाब में 8 डिसेम्बर, 1935 को हुआ। इनका विवाह 19 साल की उम्र में ही परकाश कौर के साथ हो गया था। इनकी पहली शादी से इनके चार बच्चे हुए – सन्नी , बॉबी , विजिता और अजिता।
इन्होंने हेमा मालिनी को पहली बार किसी फ़ंक्शन में डान्स करते देखा और ये तब ही दिल हार गए थे। इन्होंने फिर हेमा को को एक पत्र भेजा जिस पर लिखा – “ आपने बहुत अच्छा डान्स किया है और मै आपका फ़ैन बन गया हूँ ”। हेमा पढ़ कर हैरान रह गयी । वे तब स्कूल में ही पढ़ती थी और स्कूल में इस ख़त के कारण इनकी प्रिन्सिपल ने इन्हें काफ़ी बुरा भला कहा।
फिर इन दोनो की मुलाक़ात किसी फ़िल्म के प्रेमियर में हुई । धर्मेन्द्र उसी पल इनकी ओर आकर्षित हो गए थे। धर्मेन्द्र ने हेमा को देखते ही शशि कपूर से कहा “कुडी बड़ी चंगी है । परंतु हेमा ने इस पर ध्यान नही दिया क्योंकि उसे अपने फ़िल्मों पर ध्यान देना था। इससे पहले इनकी एक ही फ़िल्म निकली थी और वो भी फ़्लॉप हुई थी।
हेमा को संजीव कुमार के साथ काम करने का मौक़ा मिला और शूटिंग के दौरान हेमा उनसे प्रेम करने लगी। फ़िल्म किसी कारण से बंद हो गयी, पर इन दोनो के संबंध नही बदले। संजीव कुमार शादी का प्रस्ताव ले कर हेमा के घर पहुँचे पर हेमा के माता पिता ने शादी के लिए साफ़ मना कर दिया। उन्होंने कहा कि वे अपनी बेटी की शादी अपने बिरादरी में ही कराएँगे। माँ बाप के सामने हेमा कुछ कह न पाई।
फिर हेमा और धर्मेन्द्र की पहली फ़िल्म का काम शुरू हुआ। कहा गया कि इन्हें मिलाने में हेमा की माँ का बहुत बड़ा हाथ था। उन्हें लगा कि चूँकि धर्मेन्द्र पहले से ही विवाहित है तो वो केवल हेमा को संजीव कुमार को भुलाने में सहायक होंगे। पर क़िस्मत को कुछ और ही मंज़ूर था। वक़्त के साथ हेमा संजीव को तो भूल गई पर वही स्थान धर्मेन्द्र को दे बेठी। धर्मेन्द्र भी शादीशुदा होने के बावजूद हेमा से प्रेम करने लगे। हेमा की माँ जया जी समझ गई की जैसा वे चाहती थी वैसा नही हुआ।
हेमा उन दिनो जीतेन्द्र के साथ भी काम कर रही थी। हेमा की ख़ूबसूरती के सामने वो भी झुक गए और हेमा से शादी के सपने देखने लगे। उनकी सगाई पहले ही शोभा सिप्पी से हो चुकी थी फिर भी तुरंत हेमा के घर अपना रिश्ता भेजा। जया जी ने रिश्ते के लिए हाँ कर दिया क्योंकि वे धर्मेन्द्र और हेमा को साथ नही देखना चाहती थी । मद्रास में शादी की तैयारी शुरू हो गई। हेमा ने पहले ना करने की कोशिश की पर माता पिता के सामने हार मान गई। सबने बॉम्बे से मद्रास जाने की तैयारी की । छोटे रूप में ही छुप कर शादी करने की योजना बनाई गई । सब मद्रास पहुँचे पर जैसे ही धर्मेन्द्र तक हेमा के विवाह की ख़बर आई, इन्होंने शोभा सिप्पी को सूचित किया और पहले फ़्लाइट से मदरास पहुँचे । शोभा और धर्मेन्द्र ने वहाँ हलचल मचा दी और शादी टल गई। जीतेन्द्र और हेमा अलग हो गए।
कई वर्षों तक धर्मेन्द्र और हेमा साथ थे। पर दिक्कत यह थी कि धर्मेन्द्र विवाहित थे और अपनी पत्नी और बच्चो को छोड़ना नही चाहते थे और दूसरी ओर हेमा के पिता उनकी शादी नही कराना चाहते थे।
हिंदू समाज के अनुसार एक पत्नी के होते हुए दूसरी शादी करना अनुचित होता और उसे मान्यता भी नही मिलती । इसीलिए धर्मेन्द्र और हेमा ने अपना धर्म मुस्लिम में बदल लिया और मुस्लिम तरीक़े से शादी किया । पूछने पर धर्मेन्द्र ने इस बात से इंकार किया की उन्होंने धर्म बदला । बाद में इनका विवाह रीति रिवाजों की साथ भी हुआ।
हेमा के पिता की अब तक मृत्यु हो गयी थी और इसी लिए उनकी माँ नाराज़ रही क्योंकि हेमा ने अपने पिता के इच्छा को पूरा नही किया और धर्मेन्द्र से विवाह किया।
इनकी दो बेटियाँ है – इशा और आहाना । हेमा ने हाल ही में बताया की अपनी पुत्री के डिलिव्री के समय धर्मेन्द्र ने पूरे अस्पताल को बुक कर लिया था।
इन्होंने अपनी बायआग्रफ़ी में बताया कि इन्हें धर्मेन्द्र की सबसे अच्छी बात यह लगती है की वे हेमा की माँ के तरह ही शांत स्वभाव के है और बहुत हिम्मत रखते है।
आज इनकी शादी को 40 साल हो गए है पर इनका प्रेम अब भी जवान है । ये नाना नानी भी बन चुके है । धर्मेन्द्र से पूछने पर उन्होंने कहा कि “हेमा आज भी इनकी ड्रीम गर्ल है।” 2 मई 2020 को इन्होंने अपने विवाह के 40 साल पूरे किए। займы на карту