अभी कुछ दिनो पहले एक ट्रेन के वीडियो को वायरल किया गया था। लॉकडाउन के समय फँसे मज़दूरों को अपने घर पहुँचाने के लिए भारत सरकार ने श्रामिक ट्रेन का प्रबंध किया। इस वीडियो में मज़दूरों के दयनीय स्थिति पर प्रकाश डाला गया। ऐसा कहा गया कि यह मज़दूर मुंबई से पश्चिम बंगाल तक का सफ़र तय करना चाहते थे। पूरी ट्रेन लोगों से भरी हुई थी और लोग ट्रेन के ऊपर भी चढ़ कर बैठ गए थे।
राफिफ जब्बर ने इसे वीडियो को अपने ट्वीटर अकाउंट पे पोस्ट किया। उन्होंने अपने पोस्ट में बताया कि यह ट्रेन 10 मई 2020 को मुंबई से चली थी। साथ ही इन्होंने प्रवासियों की ओर अपना सहानुभूति भी दर्शाया।
https://twitter.com/rafiqmullarz/status/12613043306965729294
फ़ेसबुक में इसे अब्दुल अज़ीम उजेर ने पोस्ट किया। इन्होंने बीजेपी सरकार को इसका दोषी बताया।
पर वास्तव में ऐसी ट्रेन की दशा भारत में कभी नही हुई। यह वीडियो बांग्लादेश का है जिसे 2018 में लिया गया था। इस वीडियो के तह तक जाने पर मालूम हुआ की यह वीडियो 25 फ़रवरी 2018 को युट्यूब पर डाला गया और युट्यूब के अनुसार यह विश्व का सबसे अधिक भरा हुआ ट्रेन माना गया।
पी. आइ. बी फेक्ट चेक ने भी इसकी पुष्टि की और बताया कि इस वीडियो का भारत और कोरोनावायरस से कोई लेना देना नही है।
मनुष्य जो देखता है उसे सच मान लेता है और वह सही और ग़लत में अंतर भी नही करता। पर आज के युग में यह करना बहुत अनिवार्य है। हमें हर बात की पुष्टि करनी चाहिए और अपने सरकार पर संदेह नही करना चाहिए। इस मुश्किल घड़ी में सरकार को हमारा साथ चाहिए और यदि हम ऐसी झूठी ख़बरों को मान ले तो मुश्किल से लड़ना भी कठिन हो जाएगा। займ онлайн
यह ट्रेन बंगलदेश की है ऊपर बेंगला और इंग्लिश में
कोच नो लिखा है कोच की डिजाइन बांग्लादेश में
चलनी वाली टन से मिलती है इतनी गन्दी ट्रेन भारत की
हो ही नहीं सकती