दुनिया में बड़े बड़े लोगो को कोरोना हो चूका है, हॉलीवुड स्टार, ऑस्ट्रेलिया के गृह मंत्री, ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री, स्पेन के प्रधानमत्री की पत्नी और अब तो ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स को भी कोरोना ने अपने कब्जे में ले लिया है, पर चीन में एक भी नेता, एक भी मिलिट्री कमांडर को कोरोना ने छुआ भी नहीं किया है|
कोरोना वायरस ने दुनिया भर में अर्थव्यवस्थाओं को बर्बाद कर दिया है, हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, लाखों लोग इस बीमारी से संक्रमित हैं और अनगिनत लोग घरों में बंद हैं| कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से निकला है और अब दुनिया के हर कोने में पहुंच चुका है। सोचने वाली बात है कि वायरस राजधानी बीजिंग और आर्थिक राजधानी शंघाई के पास नहीं पहुंचा।
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आज पेरिस बंद है, न्यूयॉर्क बंद है, बर्लिन बंद है, दिल्ली बंद है, मुंबई बंद है, टोक्यो बंद है, दुनिया के मुख्य आर्थिक और राजनीतिक केंद्र बंद हैं, लेकिन बीजिंग और शंघाई खुले हैं, वहां कोरोना का कोई प्रभाव नहीं था। आंकड़ो के अनुसार केवल कुछ ही मामले सामने आए, लेकिन किसी तरह का कोरोना का बीजिंग और शंघाई पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
बीजिंग वह शहर है जहाँ सभी चीनी नेता व समृद्ध लोग रहते हैं, सैन्य अफसर यहाँ रहते हैं, जो लोग चीन की सत्ता पर राज करते हैं, यहाँ बीजिंग में कोई रोकटोक नहीं है, यह यहाँ खुला है। कोरोना का कोई प्रभाव नहीं है।
शंघाई वह शहर है जो चीन की अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करता है, यह चीन की आर्थिक राजधानी है, चीन के सभी अमीर लोग यहाँ रहते हैं, वे उद्योग चलाते हैं, यहाँ कोई अवरोध नहीं है, यहाँ कोरोना का कोई प्रभाव नहीं है
क्या कोरोना एक पाला हुआ वायरस है जिसका काम दुनिया भर में आतंक मचाना है| चीन से ये सवाल पूछा जाना बहुत जरुरी है कि जब दुनिया के बड़े बड़े विकसित देश कोरोना को नहीं रोक सके, दुनिया के बड़े बड़े शहरों में कोरोना ने आतंक मचा दिया तो ये बीजिंग क्यों नहीं पहुंचा, शंघाई क्यों नहीं पहुंचा?
बीजिंग और शंघाई वुहान की सीमा वाले क्षेत्र हैं। वुहान से वायरस दुनिया के हर कोने में पहुंचा, लेकिन यह वायरस बीजिंग और शंघाई तक नहीं पहुंचा।
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आज पूरे भारत में 130 मिलियन भारतीय बंद हैं, हमारी अर्थव्यवस्था में गिरावट आ रही है, लेकिन चीन के सभी प्रमुख शहर खुले हैं, और अगर 8 अप्रैल से चीन भी वुहान को खोलता है, तो पूरी दुनिया दहशत का कारण बन सकता है|
ये जो भी चीजें हैं, केवल एक चीज इंगित करती है कि कोरोना चीन का जैव रासायनिक हथियार है, जिसे चीन ने यहां कुछ लोगों की हत्या करके दुनिया में विनाश के लिए छोड़ दिया है। चीन ने अब इस वायरस को नियंत्रण में ले लिया है, हो सकता है कि उसके पास ऐसी दवाएँ हों और अन्य देशो के साथ शेयर नहीं कर रहा है|
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