बॉलीवुड में कई ऐसे सितारे हुए, जिनके अभिनेता या अभिनेत्री बनने की कहानी काफी दिलचस्प तथा प्रेरणादायक है। उन्हीं अभिनेताओं में शामिल हैं धर्मेंद्र। धर्मेंद्र को बॉलीवुड का ‘ही मैन’ भी कहा जाता है। धर्मेंद्र का जन्म 8 दिसंबर 1935 को पंजाब के लुधियाना जिले के नसराली गांव में हुआ था। धर्मेंद्र के पिता स्कूल के हेड मास्टर थे। बचपन में धर्मेंद्र शरारती और चुलबुले थे और काफी शैतानियां करते थे। परंतु किसे पता था कि यह हरफनमौला और चुलबुला लड़का एक दिन बॉलीवुड पर राज करेगा।
हाल ही में आई फिल्म “यमला पगला दीवाना फिर से” मे धर्मेंद्र ने, 82 साल की उम्र में अभिनय करके यह दिखा दिया की उम्र, अभिनय के लिए कोई बाधा नहीं है। धर्मेंद्र हमेशा से बॉलीवुड में अपने जोशीले और हरफनमौला अंदाज के लिए जाने जाते हैं। इस अभिनेता ने 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। उनके हर किरदार को दर्शकों ने बेहद पसंद किया चाहे वह “शोले” फिल्म का “वीरू” हो या “धरम-वीर” फिल्म का “धरम” उनके हर किरदार के साथ उनकी लोकप्रियता बढ़ती गई। उनके बोले गए डायलॉग आज भी दर्शकों के जबान पर रहते हैं, जैसे “बसंती इन कुत्तों के सामने मत नाचना”, “एक-एक को चुन-चुन के मारूंगा”, आदि।
धर्मेंद्र का बॉलीवुड में आने का किस्सा भी उन्हीं की तरह मजेदार है। धर्मेंद्र की तो लाखों-करोड़ों फैंस है लेकिन आपको पता है कि धर्मेंद्र किसके फैन थे?, आइए उस पर एक नजर डालते हैं।
धर्मेंद्र को पढ़ाई के दौरान ही सिनेमा का शौक लग गया था। वह हमेशा कलाकारों से मिलना और उनकी फिल्म देखना पसंद करते थे और जब 1949 में “दिल्लगी” फिल्म रिलीज हुई तब धर्मेंद्र 14 साल के थे, वे अपने गांव से मिलों दूर सिनेमाघर में इस फिल्म को देखने जाया करते थे। धर्मेंद्र, अभिनेत्री सुरैया के दीवाने थे और उनकी दीवानगी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि धर्मेंद्र ने सुरैया की फिल्म दिल्लगी 40 बार देखी है।
धर्मेंद्र लगातार 40 दिनों तक अपने गांव से मिलों दूर सिनेमाघर जाकर सिर्फ दिल्लगी फिल्म देखते थे। सुरैया के अभिनय से धर्मेंद्र इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने फिल्मों में करियर बनाने का निश्चय कर लिया और अपने मन में अभिनेता बनने के सपने लेकर वह मुंबई आ गए। धर्मेंद्र ने फिल्मफेयर पत्रिका के टैलेंट हंट में भाग लिया और इस कार्यक्रम में तमाम प्रत्याशियों को हराकर के धर्मेंद्र विजई हुए और उनके अभिनेता बनने का सपना साकार हुआ।
धर्मेंद्र की पहली फिल्म 1960 में रिलीज हुई थी जिसका नाम था “दिल भी तेरा हम भी तेरे”। साल 1966 में आई फिल्म “फूल और पत्थर” धर्मेंद्र की पहली हिट फिल्म थी और इसके बाद धर्मेंद्र का कैरियर बढ़ता ही चला गया।
60 के दशक में धर्मेंद्र का कैरियर बुलंदियों को छूने लगा। धर्मेंद्र अपने लुक्स और स्टाइल से उस वक्त लड़कियों की पहली पसंद बन गए थे और यहां तक कहा जाता है कि लड़कियां, धर्मेंद्र की तस्वीर तकिए के नीचे रख कर सोती थी। धर्मेंद्र के लुक्स और पर्सनैलिटी को देखते हुए, यह कहा जाना बिल्कुल ठीक है कि वे बॉलीवुड के पहले “MACHO MAN” थे।
यहां तक की जया बच्चन ने खूबसूरती से प्रभावित होकर उन्हें “ग्रीक गॉड” का दर्जा दिया था। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अभिनेता दिलीप कुमार ने धर्मेंद्र के बारे में यहां तक कह दिया था कि अगले जन्म में वो धर्मेंद्र जैसी शख्सियत पाना चाहते हैं और दिलीप साहब ने ही उन्हें “ही मैन” का टाइटल दिया था।
धर्मेंद्र की कहानी बिल्कुल बॉलीवुड की एक फिल्म की कहानी की तरह ही है, परंतु धर्मेंद्र ने जो शख्सियत और मुकाम हासिल किया है, उसके लिए उन्होंने बहुत मेहनत और परिश्रम की है। उनका हरफनमौला अंदाज आज भी लोगों को प्रेरणा देता है, उन्होंने तीन दशकों तक फिल्मी दुनिया पर राज किया है और धर्मेंद्र का जलवा आज भी कायम है।
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