Author: Ravi Krishan

  • 92 साल तक कैसे स्वस्थ रहीं लता मंगेशकर, जानिए

    92 साल तक कैसे स्वस्थ रहीं लता मंगेशकर, जानिए

    लेजेंडरी सिंगर और बॉलीवुड की स्वर कोकिला कही जाने वाली लता मंगेशकर को 90 साल की उमर में भी कोई बीमारी नहीं थी, इसके पीछे का कारण उनका संतुलित खान-पान और उनका नियमित रूप से जल्दी सोना और उठने की आदत है। जैसी दिखता है, उनका रहन सहन और खान पान भी उतना ही साधारण…

  • 40 साल से कमरे में बंद इस शख्स ने कैसे दिखाया बच्चों को सुनहरे भविष्य का रास्ता

    40 साल से कमरे में बंद इस शख्स ने कैसे दिखाया बच्चों को सुनहरे भविष्य का रास्ता

    मनुष्य की जिंदगी चुनौतियों से भरी हुई है। जिस प्रकार दिन के बाद रात्रि का आना स्वाभाविक है, उसी प्रकार मनुष्य के जीवन में सुख के बाद दुख का आना भी अनिवार्य है। समस्याएं, दुख, विपरीत स्थिति हमारे संयम था और आध्यात्मिकता का इम्तिहान होता है और जो मनुष्य इन सभी विपरीत परिस्थितियों का धैर्य…

  • जानिए कैसे एक कुत्ते और डॉल्फिन ने स्थापित की मित्रता की नई परिभाषा

    जानिए कैसे एक कुत्ते और डॉल्फिन ने स्थापित की मित्रता की नई परिभाषा

    मनुष्य को अपने जीवन में एक सच्चे दोस्त की बहुत आवश्यकता होती है। इस धरती पर जन्म लेने के पश्चात मनुष्य बहुत से रिश्ते-नातों में चाहते या ना चाहते हुए बंध जाता है, परंतु मित्रता एक ऐसा बंधन है जिसका चुनाव व खुद करता है। सच्ची मित्रता प्रेम और विश्वास पर आधारित होती है और…

  • पापड़ से महिला सशक्तिकरण तक : लिज्जत पापड़ की कहानी

    पापड़ से महिला सशक्तिकरण तक : लिज्जत पापड़ की कहानी

    भारतीय समाज हमेशा से पुरुष प्रधान समाज रहा है लेकिन कुछ सफल महिलाओं ने इस बात को पूरी तरह से गलत साबित किया है। महिलाओं ने अपनी मेहनत और परिश्रम से ऐसे ऐसे मुकाम हासिल किया है जिसे करना आसान नहीं था। आज हम ऐसी ही महिलाओं के बारे में बात करेंगे जिन्होंने घर से पापड़ का…

  • धर्मेंद्र थे इस अदाकारा के दीवाने : एक ही फिल्म 40 बार देख डाली!!

    धर्मेंद्र थे इस अदाकारा के दीवाने : एक ही फिल्म 40 बार देख डाली!!

    बॉलीवुड में कई ऐसे सितारे हुए, जिनके अभिनेता या अभिनेत्री बनने की कहानी काफी दिलचस्प तथा प्रेरणादायक है। उन्हीं अभिनेताओं में शामिल हैं धर्मेंद्र। धर्मेंद्र को बॉलीवुड का ‘ही मैन’ भी कहा जाता है। धर्मेंद्र का जन्म 8 दिसंबर 1935 को पंजाब के लुधियाना जिले के नसराली गांव में हुआ था। धर्मेंद्र के पिता स्कूल…

  • अरशद वारसी के भाई अनवर हुसैन जी रहे हैं गुमनाम जिंदगी

    अरशद वारसी के भाई अनवर हुसैन जी रहे हैं गुमनाम जिंदगी

    बॉलीवुड की दुनिया जितनी बाहर से रंगीन और खुशमिजाज लगती है वैसी अंदर से नहीं है। बॉलीवुड में नाम कमाना आसान नहीं है इसके लिए बहुत परिश्रम करना पड़ता है। बड़े-बड़े कलाकारों ने इस इंडस्ट्री में आने के लिए और यहां अपना नाम बनाने के लिए बहुत मेहनत की है, परंतु सफलता सभी के हाथ…

  • सफलता से पहले लक्ष्य से भ्रमित मत होना

    सफलता से पहले लक्ष्य से भ्रमित मत होना

    स्वामी विवेकानन्द ने सत्य ही कहा है “उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए”। अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हमें बहुत परिश्रम और निरंतरता की जरूरत होती है लक्ष्य प्राप्ति के मार्ग पर चलना आसान नहीं होता क्योंकि इसकी राह में अनेक तरह की रुकावट होती हैं,…

  • गुरु नानक देव की वह सीख, जिसे सब को अपनाना चाहिए, क्या है वो?

    गुरु नानक देव की वह सीख, जिसे सब को अपनाना चाहिए, क्या है वो?

    सिखों के प्रथम गुरु, श्री गुरु नानक देव जी 15वीं सदी के दार्शनिक, समाज सुधारक और सिख संप्रदाय के संस्थापक थे। सिख संप्रदाय की शुरुआत करने के साथ-साथ उन्होंने समाज में फैले जाति भेदभाव, ऊंच-नीच आदि बुराइयों को दूर करने की कोशिश की, जिसका सबसे अच्छा उदाहरण उनके द्वारा स्थापित ‘लंगर’ की प्रथा देखने में…

  • आखिर क्यों जरूरी है सकारात्मक सोच को अपने आचरण में अपनाना?

    आखिर क्यों जरूरी है सकारात्मक सोच को अपने आचरण में अपनाना?

    हमारी सोच का हमारे व्यक्तित्व पर बहुत गहरा असर होता है। हमारे मन-मस्तिष्क में हमेशा दो तरह के विचार उत्पन्न होते हैं- सकारात्मक और नकारात्मक। यह विचार हमारे अंदर दो तरह के बीज होते हैं, जो आगे चलकर हमारे दृष्टिकोण एवं व्यवहार रूपी पेड़ की आधार शिला बनते हैं। इसलिए जैसा हम सोचते हैं, वैसा…

  • एकीकृत कृषि प्रणाली के फ़ायदे, जानिये किसानों के जुबानी

    एकीकृत कृषि प्रणाली के फ़ायदे, जानिये किसानों के जुबानी

    भारत हमेशा से कृषि प्रधान देश रहा है। हमारे यहां आज भी, हमारी जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा कृषि करके अपना पालन पोषण करता है। 1960 से पहले भारत में कृषि का स्तर काफी कम था क्योंकि हमारे यहां का किसान आधुनिक मशीनों का उपयोग करना नहीं जानता था, इसलिए वह पुराने औजारों तथा पुराने…