लेजेंडरी सिंगर और बॉलीवुड की स्वर कोकिला कही जाने वाली लता मंगेशकर को 90 साल की उमर में भी कोई बीमारी नहीं थी, इसके पीछे का कारण उनका संतुलित खान-पान और उनका नियमित रूप से जल्दी सोना और उठने की आदत है। जैसी दिखता है, उनका रहन सहन और खान पान भी उतना ही साधारण ,सादा और नाप तुला है, परंतु सालों में ऐसा पहली बार हुआ है जब लता मंगेशकर की तबीयत इतनी खराब हुई है।
लता मंगेशकर अपना खान-पान अब बहुत नियंत्रित रखती है पिछले दो-तीन दशक से ऐसा कभी नहीं हुआ होगा कि वह कभी किसी बीमारी पीड़ित हुई होंगी। उनकी जीवन शैली बहुत साधारण और सुधरी हुई है, इसके लिए उन्होंने अपनी जीवनशैली में बहुत परिवर्तन किए हैं। जैसे उन्होंने मसालेदार और ऑयली खाना बिल्कुल कम कर चुकी है, ठंडा पानी नहीं पीती और खाने के बीच भी पानी नहीं पीती, ज्यादा खट्टा खाना नहीं खाती। उनका खाना बहुत सादा होता है, जैसे; रोटी-सब्जी और दाल-चावल और रात के 9:30 बजे तक वे खाना खा लेती है। इन्हीं सब कारणों की वजह से लता मंगेशकर कभी किसी बीमारी का शिकार नहीं हुई। परंतु कुछ ऐसी चीजें हैं जो उन्हें खाना बहुत पसंद है।
उन पर लिखी गई बहुत सी किताबों में यह जिक्र किया गया है कि उन्हें ‘सी फूड खाना’ बहुत पसंद था, सीफूड में भी ‘फिश फ्राय’ उनकी सबसे पसंदीदा थी। इसके अलावा लता जी, मसालेदार खाना भी बहुत पसंद करती थी, जैसे; तीखी मिर्च, खासतौर पर कोल्हापुरी मिर्ची खाने की वह बहुत शौकीन थी। यतींद्र मिश्रा द्वारा लिखी गई किताब में लता जी के खान-पान में किस तरह का चटपटा खाना पसंद है, इसका जिक्र डिटेल में किया गया है। उसमेंं बताया गया है कि उन्हें कड़क-गरम जलेबियां और कीमा समोसे बेहद पसंद थे।
लता जी को मीठा खाना भी बहुत पसंद था, खास तौर पर मीठे में गुलाब जामुन और दही बड़े। परंतु उम्र बढ़ने के चलते, यह सब खाना छोड़ चुकी हैं। खाने के साथ-साथ उन को खाना बनाना भी अच्छे से आता था। उनकी स्पेशलिटी थी; ‘सूजी का हलवा’ और ‘चिकन पसंदा’ जिसने भी उनके हाथों की यह डिश खाई, वह अपनी उंगलियां चाटता रह गया। कुछ वक्त पहले ही लता मंगेशकर ने अपनी बहन आशा भोसले के बेटे आनंद के जन्मदिन पर कुकिंग की थी और चिकन पसंदा बनाया था।
Anand ke janamdin pe uski pasand ka Pasanda maine saalo'n baad banaya wo Meena ki beti Rachana taste kar rahi hai. pic.twitter.com/qACDe9gdVZ
— Lata Mangeshkar (@mangeshkarlata) June 12, 2016
परंतु उनकी हालत अचानक से खराब हो गई । उन्हें 11 नवंबर 2019 को सांस लेने में कठिनाई की शिकायत की उसके बाद उन्हें ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया। कहा जा रहा था कि उनकी हालत बहुत गंभीर है और वह वेंटिलेटर पर है। बहुत जगह तो उनके गुजर जाने की अफवाहये उड़ने लगी, जिसे उनके परिवार वालों ने नकार दी।
कुछ समय बाद लता मंगेशकर जी ने खुद ही ट्विटर कर अपने फैंस और शुभचिंतकों को अपनी हालत के बारे में अपडेट किया और उनकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद भी दिया।
निमोनिया से पीड़ित होने के बाद हमारी लीजेंडरी सिंगर 3 हफ्ते अस्पताल में भर्ती रही। हम सभी की यही दुआ है कि लता जी हमेशा स्वस्थ रहें और अपने गानों से हमें मंत्रमुग्ध करती रहे।
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