एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियों कुछ मुस्लिम बर्तनों को जूठा करते दिख रहे हैं। लोग समझ रहे है कि कोरोना वायरस को फैलाने के मकसद कुछ मुस्लिम समुदाय के लोगा ऐसा कर रहे है
लेकिन यह सच नहीं है| वायरल वीडियो दाउदी बोहरा मुस्लिम समुदाय का है। इस समुदाय के लोगो से 2018 में सैयदना की अपील पर ऐसा किया गया था ताकि बर्तनों में कुछ भी जूठा न छूटे|
हमारी जांच-पड़ताल में वायरल दावा झूठा निकला। कई लोग इस वीडियो को दिल्ली के निजामुद्दीन का बता रहे हैं। निजामुद्दीन को हॉटस्पॉट के तौर पर चिन्हित किया गया है। यहीं तब्लीगी जमात के ढेरों लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।
हमें रिवर्स सर्चिंग में पता चला कि वायरल वीडियो जुलाई 2018 का है, न कि २०२० का। सर्चिंग में वायरल वीडियो हमें वीमो पर मिला। इसमें दी गई जानकारी के मुताबिक, वीडियो में दिख रहे लोग दाउदी बोहरा हैं जो बर्तनों में कुछ भी जूठा न छूटे इस मकसद से बर्तनों को साफ कर रहे थे। इसमें ये जानकारी भी दी गई कि, ऐसा दाऊदी बोहरा समुदाय के सर्वोच्च धर्मगुरू सैयदना मुफ़द्दल सैफ़ुद्दीन के आदेश पर किया गया था।
पड़ताल में हमें 2018 का एक ट्वीट भी मिला। इसमें यही वीडियो शेयर किया गया है।
Bohras eat together in a big “thaal”. This one is from a jamatkhana where on several occasions there is food served. What’s happening here is taking not wasting food at an extreme level. 🤣🤣 https://t.co/irxJePHlZ3
— Yusuf Unjhawala 🇮🇳 (@YusufDFI) July 30, 2018
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