खतरे की घंटी: एक ही राज्य से 1000 लोग आए थे मरकज में, देशभर में ऐसे 2100 से ज्यादा लोगों की पहचान

दिल्ली में तबलीगी जमात के निजामुद्दीन मरकज ने कोरोना वायरस के संक्रमण के और फैलने की आशंका बढ़ा दी है। मार्च में यहां हुई तबलीगी गितिविधियों में देश के तमाम राज्यों से लोग आए थे। अब तक 2137 ऐसे लोगों की पहचान की जा चुकी है। अकेले तेलंगाना से निजामुद्दीन में करीब एक हजार लोग आए थे।

  • दिल्ली में तबलीगी जमात के निजामुद्दीन मरकज से लौटे 8 लोगों की कोरोना वायरस से मौत के बाद हड़कंप
  • राज्यों ने अपने-अपने यहां से मार्च में निजामुद्दीन मरकज का दौरा करने वाले लोगों की पहचान का काम तेज किया
  • केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहां कि देशभर में अभी तक ऐसे 2137 लोगों की पहचान की गई, उनकी जांच की जा रही है
  • मंत्रालय के मुताबिक 21 नवंबर तक मरकज में कुल 1746 लोग थे जिनमें 216 विदेशी भी शामिल हैं|

निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के मरकज में हिस्सा लेने वाले 8 लोगों की कोरोना वायरस से मौत के बाद से ही देश के उन तमाम राज्यों में हड़कंप मचा हुआ है, जहां से लोग जमात के लिए मध्य मार्च में दिल्ली पहुंचे थे। अब तक 2100 से ज्यादा ऐसे लोगों की पहचान की जा चुकी है, जो मरकज में आए थे। तेलंगाना सरकार का अनुमान है कि सूबे से करीब 1000 लोगों ने निजामुद्दीन में जमात में हिस्सा लिया था। इसी तरह हिमाचल प्रदेश सरकार ने ऐसे 17 लोगों को चिह्नित किया है। यूपी में भी कम से कम 19 जिलों से लोग जमात में हिस्सा लेने आए थे।

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निजामुद्दीन मरकज में ही 21 मार्च तक थे करीब 1800 लोग

खेजरीवाल इन्हें बचाने के लिए 50 लोगों तक की भीड़ को परमीसन दे रहा था ।जबकि भीड़ का कानून 4 से ज्यादा लोगों पर लागू होता है ।

सभी कॉमेंट्स देखैंअपना कॉमेंट लिखेंकेंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि 21 मार्च तक निजामुद्दीन मरकज में कुल 1746 लोग थे जिनमें 216 विदेशी भी शामिल हैं। गृह मंत्रालय ने बताया कि निजामुद्दीन मरकज के अलावा तबलीगी जमात के देश के अन्य मरकजों में 824 विदेशी थे।

मंत्रालय के मुताबिक इस साल करीब 2100 विदेशी तबलीगी जमात के कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए भारत आए। इनमें इंडोनेशिया, मलेशिया, थाइलैंड, नेपाल, म्यांमार, बांग्लादेश, श्रीलंका, किर्गिस्तान जैसे देशों के लोग शामिल हैं। तबलीगी गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए भारत आने वाले विदेशी सबसे पहले आम तौर पर दिल्ली के निजामुद्दीन में बंगलेवाली मस्जिद स्थित तबलीगी मरकज को रिपोर्ट करते हैं। इसके बाद ही वे किसी दिगर मरकज का रुख करते हैं।

निजामुद्दीन में तबलीगी गतिविधि में हिस्सा लेने वाले 2,137 की पहचान

गृह मंत्रालय ने बताया कि 28 मार्च को ही केंद्र ने सभी राज्यों की पुलिस को कहा है कि वे तबलीगी जमात में हिस्सा लेने वाले लोगों की पहचान करें और उनकी मेडिकल जांच कर जरूरत पड़ने पर क्वारंटीन करे। मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि अब तक देशभर में ऐसे 2,137 लोगों की पहचान की जा चुकी है। इन लोगों की मेडिकल जांच की जा रही है और इन्हें क्वारंटीन में रखा गया है। गृह मंत्रालय के मुताबिक ऐसे अभी और लोगों की पहचान की जा रही है।

दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात में शामिल हुए लोगों के चलते कोरोना के और फैलने का संकट गहरा गया है। अब ये बात भी सामने आ रही है कि स्थानीय प्रशासन ने यहां कुछ लोगों में कोरोना के लक्षण दिखने पर एंबुलेंस भी भेजी गई, लेकिन इलाके के लोगों ने पुरजोर विरोध करते हुए एंबुलेंस लौटा दी।

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अकेले तेलंगाना से करीब 1000 के शामिल होने का अनुमान

निजामुद्दीन मरकज में हुए जलसे में शामिल होने वाले तेलंगाना के 6 लोगों की मौत के बाद राज्य सरकार सकते में है। तेलंगाना सरकार ने सूबे के ऐसे लोगों की पहचान की कोशिश तेज कर दी है, जिन्होंने निजामुद्दान में हुए जमात में शिरकत की थी। एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया, ‘हमारा अनुमान है कि राज्य के करीब 1000 लोगों ने दिल्ली में हुए तबलीगी जमात कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। संबंधित जिलाधिकारी और पुलिस ऐसे लोगों को भी ट्रेस करने का काम कर रहे हैं, जिनके इन लोगों के संपर्क में आने की आशंका है। मरने वालों के परिजनों को क्वारंटीन किया गया है।’

मध्य प्रदेश में ऐसे 100 से ज्यादा को क्वारंटीन करने के आदेश

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को अधिकारियों को दिल्ली के जमात में हिस्सा लेने वाले राज्य के 100 से ज्यादा लोगों को क्वारंटीन करने का आदेश दिया। एक अधिकारी के मुताबिक चौहान ने एक उच्चस्तरीय बैठक की जिसमें उन्होंने कहा कि राज्य के 100 से ज्यादा लोग निजामुद्दीन मरकज गए थे। उन्हें क्वारंटीन किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों और एसपी से कहा है कि लॉकडाउन के दौरान धार्मिक स्थलों पर जाने वाले लोगों पर सख्ती की जाए।

भारत में लॉकडाउन के बावजूद कोविड-19 से पीडितो मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। दिल्ली से लेकर केरल तक देश में कोरोना इंफेक्शन के कई हॉटस्पॉट बन रहे हैं। हॉटस्पॉट का मतलब कि इन जगहों पर भारत की बाकी जगहों के मुकाबले तेजी से कोरोना वायरस पॉजिटिव मामले सामने आ रहे हैं।

हिमाचल प्रदेश के 17 की हुई पहचान

हिमाचल प्रदेश पुलिस के प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया कि सूबे के 17 लोगों ने दिल्ली में तबलीगी जमात की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। इनमें से 14 लोग चंबा जिले से हैं। 2 व्यक्ति सिरमौर से और एक शख्स कुल्लु जिले से है। पुलिस ने बताया कि फिलहाल जो सूचना है उसके मुताबिक इनमें से कोई भी दिल्ली से हिमाचल नहीं लौटा है।

पुदुचेरी के 6 लोगों ने जमात में लिया हिस्सा: CM

दूसरी तरफ पुदुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायण सामी ने मंगलवार को बताया कि सूबे से कुल 6 लोग निजामुद्दीन मरकज गए थे। उन्होंने बताया कि इनमें से 5 को आइसोलेशन में रखा गया है और उनकी निगरानी की जा रही है। सीएम ने बताया कि जरूरी जांच कराए जा रहे हैं।

(एजेंसियों से इनपुट के साथ)

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