करोना महामारी के चलते कांग्रेस सरकार ने अपने नेताओं के लिए एक ऐसा निर्णय लिया हैं जिसके बारे मे शायद ही आपने सुना हो। आपको बता दे की राहुल गाँधी ने अपनी पार्टी के विधायकों के साथ वक़्त बिताने का निर्णय लिया हैं। इस निर्णय की देख रेख का काम उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को सौंपा था। यह एक प्रकार का मोटिवेशनल सेशन (यानि प्रेरक सत्र) होगा जिसके तहत नेताओं को जेडब्ल्यू मैरियट नाम के होटल मे रुकवाने का बंदोबस्त करवाया गया था। यह होटल दिल्ली के मशहूर होटलों मे से एक हैं।
विधायकों के बीच होगा क्रिकेट मैच
विधायकों के व्यवस्था का ध्यान देने का जिम्मा महेश चौधरी और महेश जोशी को दिया गया है। उनको 19 जून तक सभी विधायकों का ध्यान रखना है। विधायकों में उत्साह बढ़ाने के लिए कई मनोरंजन चीज़ों का भी प्रबंध किया गया है। इस मनोरंजन की सूची मे से एक क्रिकेट मैच भी हैं । इसके चलते कई सालो बाद उन विधायकों के आपस मे ही एक क्रिकेट मैच खेलना पड़ेगा। इसके अलावा उनको मनोरंजक फिल्में दिखवाई जाएंगी अथवा कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन करवाया जायेगा।
मोटीवेशन सेशन: उम्मीद जगाने का प्रयास
इस मीटिंग का लक्ष्य यह है कि सभी मंत्रियों के अंदर उत्साह वापस से जगाया जा सके। उत्साह और पॉजिटिविटी (अच्छी जागरूकता) बढ़ाने के लिए सबसे कारगर चीज होती है कि उनको प्रोत्साहन दिया जाए। इसी चीज को ध्यान में रखते हुए सभी मंत्रियों के लिए एक मोटीवेशन सेशन भी आयोजित करवाया जाएगा। जिसके तहत कई महान लोग उनको प्रोत्साहित करने आएंगे।
मंत्रियों को दी जाएगी ट्रेनिंग
कांग्रेस सरकार का ये मानना हैं कि प्रोत्साहन के साथ ट्रेंनिग भी देना बहुत जरूरी है। इस बात को मद्दे नजर रखते हुए, कांग्रेस ने सभी मंत्रियों को ट्रेनिंग देने का भी निर्णय लिया है। इस ट्रेनिंग में उन लोगों को राजनीति के बारे में काफ़ी नयी बातें सिखाई जाएंगी। उस शिक्षा मे वोट देने की प्रक्रिया के बारे में भी काफ़ी ज्ञान बांटा जाएगा। समय को निर्धारित करते हुए 12-1:30 बजे तक ट्रेनिंग का कार्यक्रम चलवाया जाएगा। और इसके खत्म होने के बाद शाम को मंत्रियों के मनोरंजन का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा।
यह तकरीबन एक हफ्ते का सत्र हैं जिसके तहत सारे मंत्रियों को 19 जून तक इसी रिजॉर्ट में रहना होगा और सारे कार्यक्रम का लाभ उठाना होगा। इस में कई वरिष्ठ कांग्रेस के नेता भी शामिल होंगे।