हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई यह धर्म बड़े प्रचलित धर्म हैं। लगभग हर देश में इन चारों धर्म के लोग पाए जाते हैं। और इन धर्मों के लोगों को इबादत करने के लिए मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, और चर्च भी पाए जाते हैं। लेकिन दुनिया में ऐसा भी देश है जहां मुस्लिम धर्म के लोग तो पाए जाते हैं लेकिन इस देश में एक भी मस्जिद नहीं है और ना ही मस्जिद बनाने की अनुमति है।
यहां नहीं है एक भी मस्जिद
यूरोप महाद्वीप का एक छोटा सा देश, इस देश का नाम है स्लोवाकिया, इस देश की जनसंख्या की बात करें तो 2011 की जनगणना के अनुसार इस देश की कुल आबादी 5,379,455 है। और इस देश के क्षेत्रफल की बात की जाए तो इस देश का क्षेत्रफल 49,035 km2 है। स्लोवाकिया की राजधानी ब्रतिस्लावा है। कहने को यह देश गणराज्य है यानी जहां जनता द्वारा सरकार चुनी जाती है। इस देश की खासियत यह है कि यहां कोई मस्जिद नहीं है और ना ही इस देश में कोई मस्जिद बनाई जा सकती है। यहां तक कि यहां की सरकार ने इस्लाम को अपने देश में आधिकारिक दर्जा देने से भी इनकार कर दिया है। स्लोवाकिया दुनिया का ऐसा देश है जहां मस्जिद नहीं है।
इस देश की कुल आबादी का 0.1 फीसदी लोग इस्लाम धर्म से संबंध रखते हैं । 2011 की जनगणना के अनुसार इस देश में कुल 5000 मुस्लिम थे। ये वही मुस्लिम हैं जो 17 वी शताब्दी के आसपास तुर्क और उइगर आए थे। यह मुसलमान आए तो थे तुर्क और उइगर लेकिन स्लोवाकिया के मध्य और दक्षिण हिस्से में ये रहने लगे और यहीं बस गए। स्लोवाकिया नाम का यह देश कभी यूगोस्लाविया था। लेकिन जब यह विभाजित हुआ, यानी टूटा तो उसमें से एक नया देश बना। और यह नया देश स्लोवाकिया कहलाया।
स्लोवाकिया में मुस्लिम धर्म के लिए इबादत करने के लिए मस्जिद ना होने की वजह से विवाद भी होता रहता है। एक ऐसा विवाद वर्ष 2000 में हुआ था। क्योंकि स्लोवाकिया की राजधानी ब्रतिस्लावा में एक इस्लामिक सेंटर बनाया जा रहा था जिसे लेकर स्लोवाकिया में बहुत विवाद हुआ था। ब्रातिसिओवा की मेयर ने इस्लामिक सेंटर बनाने को लेकर प्रस्ताव को ही खारिज कर दिया था। 2016 में स्लोवाकिया सरकार ने एक ऐसा कानून बनाया जिससे इस्लाम को आधिकारिक धर्म का दर्जा ना मिल सके। स्लोवाकिया ने इस कानून को पास कर इस्लाम को स्लोवाकिया में एक धर्म के रूप में स्वीकार करने से ही मना कर दिया। यानी इस्लाम धर्म को यहां एक धर्म के रूप में नहीं स्वीकार किया जा सकता।
स्लोवाकिया के नियम बड़े कठोर है
स्लोवाकिया के नियम और कानून बड़े कठोर हैं और जो व्यक्ति यहां के नियम और कानून का पालन नहीं करता उन्हें लंबी सजा भुगतनी पड़ती है। इस देश में हर एक नागरिक को हमेशा अपना पहचान पत्र जिससे कि यह साबित हो सके कि वह व्यक्ति इसी देश का निवासी है, उसे हमेशा साथ अपना पहचान पत्र रखना पड़ता है। यहां आपस में झगड़ा करना और शोर-शराबा करना अपराध माना जाता है। स्लोवाकिया ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए शोर-शराबे पर रोक लगाए हुए है। अगर आप सुबह 10:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक किसी के साथ खराब व्यवहार करते हैं या हल्ला मचाते हैं तो आपको उस खराब व्यवहार और हल्ला मचाने के चक्कर में जेल की चक्की पीसनी पड़ सकती है। आप को पुलिस गिरफ्तार कर सकती है और आप पर मोटा जुर्माना भी ठोका जा सकता है।
एक इस्लामिक सेंटर
स्लोवाकिया की राजधानी ब्रातिसिओवा के बाहर कोरदोबा में एक इस्लामिक सेंटर है । इस इस्लामिक सेंटर में मुस्लिम समुदाय के लोग आकर इबादत करते हैं, नमाज अदा करते हैं। लेकिन इस्लामिक सेंटर को मस्जिद नहीं कहा जा सकता। यह एक प्रकार से सेंटर ही है ना की मस्जिद। लेकिन मुस्लिम समुदाय के लोग इसी इस्लामिक सेंटर पर नमाज अदा करने आते हैं। और पूरे देश में एक ही इस्लामिक सेंटर है और इस इस्लामिक सेंटर में बमुश्किल से 80 से 100 लोग ही आ पाते हैं । कुछ लोग इस गैर इस्लामिक सेंटर को गैर आधिकारिक मस्जिद भी कहते हैं। कई बार तो मुस्लिमों ने इस इस्लामिक सेंटर को आधिकारिक मस्जिद का दर्जा दिलाने को लेकर सरकार से अनुरोध भी किया लेकिन सरकार ने उनके इस अनुरोध को खारिज कर दिया। इस्लामिक सेंटर को सजाने की भी अनुमति नहीं है।
स्लोवाकिया विश्व का एक अकेला ही ऐसा देश है जहां मस्जिद नहीं है और ना ही इसे बनाने की अनुमति है। दरसल इसके पीछे का कारण आतंकवाद बताया जाता है क्योंकि जितनी भी आतंकवादी घटनाएं सुनने को मिलती है उनमें से ज्यादातर लोग इस्लाम धर्म के ही होते हैं जो जिहाद को बढ़ावा देते हैं। कहा जाता है इसीलिए स्लोवाकिया में इस्लाम धर्म को मान्यता नहीं दी गई है।
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