आलू, अंडा और कॉफ़ी की रोचक कहानी, ज़िन्दगी भर याद रहेगी यह सीख

आज की दुनिया में ऐसा कोई इंसान नहीं है, जो अपनी ज़िन्दगी से परेशान ना हो। सबके साथ कुछ ना कुछ बुरा जरूर होता रहता है। परंतु, इंसान इतना मूर्ख होता है कि उसको लगता है कि सब कुछ बुरा उसी के साथ हो रहा है। हमें हमेशा उससे बाहर निकलने की कोशिश करना चाहिए। अगर हम ऐसा करने मे असफल हैं तो हमे उस स्थिति में अपने मन में धैर्य रखकर उसका सामना करना चाहिए और उसमे अपने आप को ढालना चाहिए। हमें हमेशा यह भी याद रखना चाहिए कि एक ना एक दिन यह दिक्कत जरूर खत्म होगी। इस बात को समझाने के लिए हम आपके लिए एक कहानी लेकर आए हैं।

एक बार की बात हैं, एक बच्चा था। वह अपनी जिंदगी से बहुत परेशान था। परन्तु, वह अपनी दिक्कत किसी से नहीं बताता था क्योकि उसका लगता था कि कोई उसकी बात नहीं समझेगा। इसी वजह से वह उस बात को अपने मन के अंदर काफ़ी दिन तक छुपाये हुए था। लेकिन, उससे ज़्यादा दिन तक सहा नहीं गया। इसी वजह से उसने अपने टीचर से बात करने की सोची। टीचर ने उसे बहुत हीं प्यार से इस बात को समझाया।

उन्होंने एक बर्तन मे आलू, दूसरे मे कॉफी रखी और तीसरे मे अंडा रखा। तीनो मे बराबर मात्रा मे पानी डाला, फिर उसको बराबर आंच मे गैस पर चढ़ा दिया।
पानी थोड़ी देर बाद उबलने लगा और उसके कुछ देर बाद उन्होंने गैस बंद कर दी। फिर इन तीनो को पानी से बाहर निकाल लिया।

अभी भी बच्चे को समझ मे नहीं आ रहा था कि यह क्या चल रहा है। उसके बाद उन तीनों को एक बर्तन में रखकर उस बच्चे को समझाया कि इन तीनों को देखो। भले ही मैंने इनको उतने ही पानी में और उतनी ही गैस पर गरम किया। उसके बावजूद भी तीनों अलग-अलग हैं।

अगर हम आलू की बात करें, तो आलू हल्का मुलायम हो गया है। अगर हम कॉफी की बात करें, तो वह पिघल कर उस पानी का रंग बदल चुकी है और उस पानी में खुशबू डाल चुकी है। अगर हम अंडे की बात करें, तो वह एकदम सख्त बन चुका है। उसी प्रकार से इंसान की फितरत भी होती है। तुम भी इन तीनों मे से किसी की तरह बन सकते हो। परंतु, यह निर्णय तुम्हारे ऊपर है कि तुम्हें क्या करना है। जो भी निर्णय तुम लेते हो, वह तुम्हारे आने वाले कल को ढालेगा।

इस कहानी से हमें क्या शिक्षा मिलती है?

इंसान को इस कहानी से यह सीख लेनी चाहिए कि उसको हार हालात में ढल जाना चाहिए। ना वह आलू कि तरह कमज़ोर बन सकता हैं और ना ही वह अंडे की तरह एकदम सख्त बन सकता हैं। लेकिन, अगर हम कॉफी की तरह घुल कर उस समय को अपना ले, तो हम दूसरे लोगो पर अपना एक एहसास छोड़ सकते हैं। быстрые займы на карту


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