वह इकलौता बॉलर है जिससे मुझे दिक्कत होती थी; विवियन रिचर्ड्स
आप सभी जाने-माने वेस्टइंडीज के पूर्व क्रिकेटर विवियन रिचर्ड्स को तो जानते ही होंगे। वह काफी बेहतरीन बल्लेबाज है और उनके साथ ही कुछ और नाम भी जुड़े हैं । जिनके नाम वेस्टइंडीज के बेहतरीन बल्लेबाजों में सोमार है। जिनकी बल्लेबाजी देखते ही बनती थी। वह है स्टीव वा, ग्राहम गूच, जाहिर अब्बास, डेविड ग्रोवर यह वह नाम है जो ग्राउंड में उतरते ही चौके छक्के की बौछार लगा देते थे। जिनके सामने गेंदबाजी भी डरती थी और उन्होंने हजारों रन बनाए है। कई बॉलर्स को काफी परेशान किया है। परंतु इन सभी में एक बात समान है कि यह सब एक बॉलर से डरते थे ।खुद रिचर्डसन ने भी इस बात को माना है कि वह एक बॉलर से काफी परेशान रहते थे।इस गेंदबाज ने अपनी गेंदबाजी से बल्लेबाज गुच के हेलमेट को चीर दिया था और बल्लेबाज अब्बास का हेलमेट 3 इंच गहरा हो गया था। साइमन के साथ जो हुआ उस बारे में उन्होंने रिटायर होने के बाद काफी लिखा था।
यह बॉलर है, सिल्वेस्टर क्लर्क जिनका जन्म 11 दिसंबर 1954 में हुआ उन्होंने सालों तक काउंटी क्रिकेट खेला था।सिल्वेस्टर क्लर्क ने महज 11 टेस्ट और 10 वनडे खेले हैं। जो की बहुत कम है, जिसे एक आम क्रिकेटर भी खेल सकता है, इसके कई कारण है । सिल्वेस्टर वेस्टइंडीज के लिए उस समय खेला करते थे जब वेस्टइंडीज के पास पहले से ही पांच – पांच पैसर थे। जिनके नाम है; ऐंडी रॉबर्ट्स, कॉलिंन क्राफ्ट ,जोएल गार्नर ,इनके होते हुए सिल्वेस्टर को उतनी जगह नहीं मिली जितनी उन्हें मिलनी चाहिए थी। यह बिल्कुल वैसा ही था जैसे जॉब एक है और कैंडिडेट अधिक ।
1980-1981 में वेस्टइंडीज और पाकिस्तान में मैच होना था। वेस्टइंडीज मैच के लिए पाकिस्तान गई हुई थी। वेस्टइंडीज ने पहली पारी में सिर्फ 246 रन बनाए और फिर आई मेजबान पाकिस्तान की बारी पाकिस्तान की बल्लेबाजी काफी कठिन थी। क्योंकि सामने थी सिल्वेस्टर क्लार्क सिल्वेस्टर ने अकेले ही पाकिस्तान के दो बेहतर बल्लेबाज व ओपनिंग जोड़ी को निपटा दिया । टेस्ट के अगले दिन मुल्तान की जनता काफी भड़की हुई थी और कराची व मुल्तान की जनता ने वेस्टइंडीज के चेंजिंग रूम पर भी हमला कर दिया था। जब मैच शुरू हुआ।तो मुल्तान की जनता ने वेस्टइंडीज के प्लेयर्स पर फल फेंकने शुरू कर दिए ।
बल्लेबाज सिल्वेस्टर उस वक्त बल्लेबाजी कर रहे थे उसी वक्त एक संतरा जाकर उनकी पीठ पर लगा जिससे उन्हें चोट तो नहीं लगी बल्कि उनके सब्र का बांध टूट गए । पास ही मैं बाउंड्री लाइन पर रखी ईट उन्होंने जोर से फैंकी जो जाकर 22 साल के शकील अहमद के सर में लगी ।शकील का सर फट गया और सर्जरी की नौबत आ गई । जनता और ज्यादा बेकाबू हो गई। शांत करने के लिए वेस्टइंडीज के दिग्गज एल्विन कालीचरण ने घुटनों पर जाकर लोगों से शांत रहने की अपील की। रुका हुआ मैच फिर से शुरू हुआ इसके बाद सिल्वेस्टर ने शकील से माफी मांगी। उन पर तीन मैच का प्रतिबंध लगा।
बाद में उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए केवल एक मैच खेला । उन्होंने विंडीज के खिलाफ विद्रोह कर दिया। इंग्लैंड का न्योता मंजूर कर वह इंग्लैंड क्रिकेट टीम में शामिल हो गए ।बाद मै विंडीज ने सिल्वेस्टर पर प्रतिबंध लगा दिया और उनका करियर समाप्त हो गया ।परंतु वह इंग्लैंड के लिए डोमेस्टिक मैच खेलते रहे। उनके करियर का अंत 942 विकेट के साथ हुआ। महज 44 साल की उम्र में सिल्वेस्टर का देहांत हो गया।