मोहम्मद युसुफ़ ख़ान भारतीय हिन्दी सिनेमा के प्रसिद्ध अभिनेता। जानते तो है ना आप इन्हे। अरे दिलीप कुमार, इनका नाम मोहम्मद युसूफ़ ख़ान है। अपनी एक्टिंग से बॉलीवुड में जान डालने वाले दिलीप कुमार ने आखिर सायरा के रहते हुए दूसरी शादी क्यों की? सायरा बानो के लिए वह पल बहुत ही भयानक रहा होगा जब उन्होंने दिलीप कुमार की दूसरी शादी के बारे में सुना होगा।
दिलीप कुमार 97 वर्ष के हो चुके हैं। फिल्मों से भले ही दूर है लेकिन सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपने फैंस को अपने बारे में जानकारी देते रहते हैं। कोरोना वायरस के इस दौर में दिलीप कुमार ने अपने आप को क्वॉरेंटाइन किया है। क्योंकि डॉक्टर के मुताबिक 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग और 10 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए कोरोना अधिक खतरनाक साबित हो सकता है। दिलीप साहब को भारतीय सिनेमा का ट्रेजिडी किंग’ कहा जाता है।
सायरा दिलीप साहब से उम्र में हैं आधी
सायरा बानो दिलीप कुमार की पत्नी को तो आप जानते ही होंगे। सायरा 70 के दशक की उन चुनिंदा अभिनेत्रियों में से एक थी, जो अपने अभिनय और अदाकारी से बॉलीवुड सेलिब्रिटीज का दिल धड़काती थी। लेकिन सायरा का दिल तो सिर्फ और सिर्फ दिलीप कुमार के लिए ही धड़कता था। वह तो केवल और केवल दिलीप कुमार से मोहब्बत करती थी। उन्ही से शादी करना चाहती थी। उनका प्यार बेमिसाल था। उन्होंने लोगों को मोहब्बत करना सिखाया। लोग हमेशा दिलीप साहब और सायरा बानो की प्रेम कहानी से प्रभावित होते हैं।
सायरा के आगे झुके दिलीप
कहते हैं प्यार एक ऐसी चीज होती है जो सब को झुकने पर मजबूर कर देती है। कुछ ऐसा ही प्यार सायरा बानो ने दिलीप साहब से किया था । तभी तो दिलीप साहब जो उनसे उम्र में दुगने थे और सायरा उनसे उम्र में बहुत छोटी थी लेकिन सायरा के प्यार के आगे दिलीप कुमार को झुकना पड़ा।
सायरा दिलीप कुमार से उम्र में भले ही आधी थी लेकिन बेइंतहा मोहब्बत के चलते आखिरकार उन्होंने दिलीप कुमार को अपना मंगेतर बना ही लिया। जब सायरा और दिलीप शाह की शादी हुई तो दिलीप साहब 44 वर्ष के थे और सायरा बानो 22 वर्ष की थी।
दिलीप साहब की दूसरी शादी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सायरा बानो मां नहीं बन सकती थी । दिलीप साहब ने खुद ही अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘द सबस्टांस एंड द शैडो’ में जिक्र किया है की
“1972 में सायरा बानो पहली बार प्रेग्नेंट हुईं, 8 महीने की प्रेग्नेंसी में सायरा को ब्लड प्रेशर की शिकायत हुई, इस दौरान भ्रूण को बचाने के लिए सर्जरी करना संभव नहीं था और दम घुटने से बच्चे की मौत हो गई। बाद में पता चला कि यह बेटा था। इस घटना के बाद सायरा कभी प्रेग्नेंट नहीं हो सकीं।”
1980 में दिलीप साहब ने बच्चे के लिए हैदराबाद की रहने वाली तलाकशुदा महिला आसमां रहमान से निकाह कर लिया। दिलीप साहब ने अपनी पत्नी सायरा बानो को बच्चा ना होने की वजह से दूसरा निकाह किया। दिलीप कुमार के इस फैसले से सायरा बानो टूट गई थी जब मालूम हुआ कि बेइंतहा मोहब्बत झूंठी थी। लेकिन उनकी मोहब्बत सच्ची थी क्योंकि 1983 में जब दिलीप साहब को एहसास हुआ कि आसमां रहमान उनको धोखा दे रही है तो उन्होंने आसमां रहमान को तलाक दे दिया। और फिर से सायरा बानो को अपना लिया।
वक्त के सबसे बुरे दौर में दिलीप कुमार का साथ जिसने नहीं छोड़ा और ढाल बनकर दिलीप साहब के साथ खड़ी रही, वो हैं सायरा बानो। सायरा की बेमिसाल मोहब्बत ने दिलीप साहब को अपने प्यार के बंधन में अब तक सुरक्षित बांधे रखा है। दिलीप साहब की उम्र काफी ज्यादा हो गई है और अब भी सायरा उनकी देख कर रहीं हैं।
