लॉकडाउन: ये वीडियो बताता है मजदूरों के साथ इन दिनों क्या हो रहा है!
कोरोनावायरस के महामारी के कारण ग़रीबों एवं मज़दूरों को बहुत से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है ख़ास कर वह मज़दूर जो पलायन करके घर जा रहे है। लॉकडाउन के कारण इनके पास साधन नही है और ग़रीब होने के कारण यह किसी गाड़ी की क़ीमत नही चुका पाएँगे। इसलिएउन्होंने चल कर घर पहुँचने का निर्णय लिया है।
क्या आप धूप में रास्ते पर नंगे पैर ,हज़ार किलोमीटर चल सकते है? या इसके बारे में सोच भी सकते है? अभी हमें स्वयं को ख़ुश क़िस्मत समझना चाहिए कि हमारे सर के ऊपर छत है।
इसी समय एक ऐसी कलाकार सामने आई जिसने अपनी कला से इन ग़रीबों के दुख को व्यक्त किया। इन्होंने एक वीडियो बनाया जहाँ इन्होंने हम सब और मज़दूरों के बीच का अंतर बताया। देबज्योति शाहा एक ऐनिमेटर है जिन्होंने इस वीडियो में दो अलग वर्गीय लोगों की तुलना की है।
जैसे जहाँ एक ओर किसी व्यक्ति ने अच्छे जूते पहने हुए है वही एक ओर एक ग़रीब मज़दूर का पैर है। वह नंगे पैर चल रहा है, यह आज की स्थिति को दर्शाता है जहाँ मज़दूर अपने घर पहुँचने के लिए नंगे पैर चल कर पलायन कर रहे है।
दूसरे तस्वीर में एक ओर डालगोना कॉफ़ी चैलेंज में व्यस्त हैं तो दूसरी ओर ग़रीब मज़दूर रोटी के लिए तरस रहे है।
ऐसे ही एक और एनिमेंशन के द्वारा इन्होंने एक तरफ़ ऐसे व्यक्ति को दिखाया जिनके पास सोने की सारे सुविधाएँ है। अच्छा कमरा, बिस्तर,चादर इत्य आदि ओर वही एक ओर एक दीन व्यक्ति कचरे के पास सो रहा है।
देबज्योति ने इसे अपने इंस्टाग्राम पर डाला और लोगों को बहुत पसंद भी आया। लोगों ने इसे शेयर करते हुए इनकी प्रशंसा की। दिल को दुखाने वाली इन तस्वीरो को बहुत बेहतरीन तरह से सामने रखा गया। займ на карту
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