नमस्कार दोस्तो आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज का आर्टिकल उन लोगो के लिए खास होने वाला है जो थोड़ा चलने या कुछ सीढ़ियों को चढ़ने के बाद थकान महसूस करने लगते हैं या हाँफने लगते हैं। अगर आपको भी ऐसी कोई परेशानी होती है तो आपको सावधान होने की जरूरत है और इस आर्टिकल को शुरू से लेकर अंत तक जरूर पढ़िए ताकि आप इन थकावट की असली वजह जान सकें। तो आइए देखते हैं।
हम सभी के साथ उम्र के एक पड़ाव में ऐसा देखा जाता है कि हम एक फ्लोर से दूसरे फ्लोर पर सीढ़ियों से जाते वक्त बहुत हाँफने लगते हैं और हमारी साँस बहुत फूलने लगती है। लेकिन बढ़ती उम्र के साथ ऐसा होना सामान्य है परंतु अगर आपको उम्र से पहले ही इस तरह की समस्या होती है तो आपको सावधान होने की जरूरत है क्योंकि यह किसी गंभीर बीमारी की आहट हो सकती हैं।
तो आइए जानते हैं सीढ़ियों पर चढ़ने पर साँस क्यों फूलती है?
जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि बढ़ती उम्र के साथ आपकी साँस का फूलना सामान्य बात है। अगर आप 3 या 4 फ्लोर चढ़ने के बाद थोड़ा हाँफने लगते हैं तो इसमे कोई चिंता की बात नही है। ऐसा होना सामान्य है। यह आपके स्वस्थ शरीर की निशानी है।
लेकिन अगर फिटनेस की बात करे तो जब भी हम सीढ़ी चढते या उतरते हैं तो हमारे शरीर की फैट या चर्बी पिघलती है, जिसके कारण हमें सीढ़ियों पर चढ़ते या उतरते वक़्त अधिक ऊर्जा का इस्तेमाल करना पड़ता है। यही वजह है कि सीढ़ियों पर चढ़ते और उतरते वक़्त हमारी सांस फूलने लगती है। लेकिन अगर आप 1 या 2 फ्लोर चढ़ने के बाद भी अधिक हाँफने लगते हैं तो आप अभी से सावधान हो जाइए। ऐसा शायद आपके शरीर की कमजोरी को दर्शाता है।
साँस लेने में दिक्कतों का सामना करना
अधिक मेहनत का काम करने के बाद साँस फूलना यह एक सामान्य बात है और हर वर्ग और उम्र के लोगो के साथ ऐसा होता है। लेकिन अगर आप 1 या 2 फ्लोर चढ़ने के बाद अधिक हाँफने लगते हैं तो यह दर्शाता है कि आपका ह्रदय पूरी तरह स्वस्थ नही है। इसलिए अपने कमजोर ह्रदय को बीमारियों से बचाने के लिए अपनी सेहत पर अधिक ध्यान देना चाहिए।
ऐसी स्थिति तभी सामने आती है जब आपके शरीर मे कोई गंभीर बीमारी चुपके से पनप रही हो और शायद आपको इस बात की कोई खबर न हो। ऐसी स्थिति आपको इन बीमारियों का एक संकेत भी हो सकती है। लेकिन हो सकता है कि आप अधिक आलस्य के कारण भी सीढ़ियाँ चढ़ने पर भी हाँफने लगते हैं। सबसे पहले आपको अपनी दिनचर्या में बदलाव करना होगा।
ऐसे में क्या करना चाहिए?
अगर आपको भी ऐसी समस्या है तो सबसे पहले आपको अपने डॉक्टर से मिलकर अपनी सभी परिस्थितियों को उनके सामने बताना होगा। क्योंकि कभी कभी यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता हैं। डॉक्टर द्वारा बताए गए तरीको को आपको फॉलो करना है।
इसका एक कारण आपके शरीर का कमजोर होना भी हो सकता है। इसलिए जहाँ तक हो सके अपने डाइट में बदलाव लाने का प्रयास करें। आपको यह देखना होगा कि क्या आपके भोजन में शरीर के लिए जरूरी सभी पोषण तत्व मौजूद हैं? क्योंकि कम पोषण की वजह से भी आपका शरीर कमजोर पड़ सकता है और आपके शरीर मे सांस फूलने से लेकर अन्य गंभीर बीमारी होने के आसार रहते हैं।
हम सभी कोरोना के कारण घर मे लॉकडाउन हैं और इसके कारण हमारी शारिरिक गतिविधियों में भी बहुत कमी आयी है। लेकिन आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि लॉकडाउन में भी आपकी शरीरिक गतिविधियों में कोई कमी न आये। आप अपने घर या बिल्डिंग के सीढ़ियों पर 2 से 3 बार चक्कर लगा सकते हैं और घर पर खुद को एक्टिव रखने के लिए योग का भी सहारा ले सकते हैं।
तो आज के इस आर्टिकल में हमने आपको बताया है कि किस तरह एक छोटी छोटी बाते भी हमारे जीवन मे गहरा प्रभाव डालती हैं। अगर इस आर्टिकल को लेकर आपके मन मे कोई प्रश्न है तो आप नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं। हमें आपके सवालों का इन्तेजार रहेगा। अधिक जानकारी के लिए K4feed को फॉलो कीजिये। unshaven girl
Leave a Reply