विटामिन्स हमारे शरीर के लिए आवश्यक अति सूक्ष्म तत्व है जो हमारे शरीर के प्रति रक्षा तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करते है। हर विटामिन का अपना विशेष कार्य होता है। ऐसा ही एक विटामिन है विटामिन ए। जो हमारे शरीर में आँखों की रोशनी बनाए रखने के लिए अति आवश्यक है। आम तौर पर यह देखा गया है कि लोग अपनी डायट में प्रोटीन और फैट पर तो ध्यान देते हैं लेकिन विटामिन की जरूरत को नजर अंदाज कर देते हैं। एक व्यक्ति को प्रति दिन 900 माइक्रोग्राम तथा महिला को 700 माइक्रोग्राम विटामिन ए की आवश्यकता होती है। बच्चों में विटामिन ए के अभाव में विकास की गति मंद हो जाती है, जिससे उनके कद पर असर पड़ता है। विटामिन ए की कमी से त्वचा और बालों में भी सूखापन हो जाता है और उनकी चमक चली जाती है और संक्रमण तथा बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है।
विटामिन ‘ए’ के स्रोत
विटमिन-ए वसा में घुलनशील पोषक तत्व होता है। यह हमें दो अलग-अलग तरह के पदार्थों से प्राप्त होता है और इसी के आधार पर इसके दो अलग-अलग रूप और नाम होते हैं।
1.पशु आधारित
पशुओं से मिलने वाले पदार्थों जैसे मांस ( यकृत),काॅडलीवर आयल, अंडे, दूध, दही और अन्य दुग्ध उत्पादों मे विटामिन ए प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
2.वनस्पति आधारित
हरी पत्ते दार सब्जियाँ, नारंगी और पीले रंग वाली सब्जियां और फल गाजर शकरकंद पालक पपीता सोयाबीन आदि।
यद्यपि विटमिन-ए हमारे शरीर और खासतौर पर हमारी आँखों के लिए बहुत जरूरी है लेकिन किसी कारण से फूड सप्लीमेंट के माध्यम से हमें इसकी आपूर्ति करने की आवश्यकता पड़ती है तो बिना डाक्टर की सलाह के इसका सेवन न करें क्योंकि इसकी अधिक मात्रा होने से शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है।
विटामिन A के फायदे
- विटामिन-ए आँखों से सबंधित बीमारियों के खतरे को कम करता है इसकी कमी से रतौधी, मोतियाबिंद, कम दिखाई पड़ना जैसी समस्याओं से दो चार होना पड़ता है।
- विटामिन ए आँखों की मांसपेशियों को मजबूत बनाए रखता और अश्रु ग्रंथियों को स्वस्थ बनाए रखता है। उम्र के कारण आँखों की देखने की क्षमता को घटने नही देता है। इसके अलावा यह आखों के टिश्यु को नर्म बनाए रखता है।
- विटामिन ए शरीर के प्रति रक्षा तंत्र को मजबूत बनाता है इसके साथ ही यह किडनी हृदय और फेफड़ों को सही तरीके से काम करने के लिए मदद करता है।
- विटामिन-ए दाँत और हड्डियों को भी मजबूत बनाता है
- गर्भ धारण करने के लिए और बच्चे के जन्म के बाद स्वस्थ स्तनपान के लिए भी विटमिन-ए जरूरी है।
- बाल्यावस्था में बच्चों के सही विकास के लिए भी विटामिन ए आवश्यक होता है।
- विटामिन ए गर्भ में पल रहे भ्रूण के समुचित विकास के लिए आवश्यक है। इसकी कमी से गर्भ धारण करने में भी समस्या हो सकती है
- विटामिन ए की कमी से घाव भरने में देरी होती है। विटामिन ए की कमी से मुँहासे तथा गले में संक्रमण हो जाता है
- विटामिन ए त्वचा में झुर्रियों को आने से रोकने में मदद करता है। यह त्वचा में कसाव लाकर उसे स्वस्थ और चमकदार बनाता है।
- विटामिन ए कोशिकाओं के विकास में भी मदद करता है। एक अध्ययन में पाया गया है कि कि यदि विटामिन ए को बीटा कैरोटिन के रूप में लिया जाए तो यह फेफड़ों, ब्लैडर और सर्वाइकल कैंसर की सम्भावना को कम करता है।