नमस्कार दोस्तो आपका स्वागत है। आज सिर्फ भारत देश नही बल्कि पूरी दुनिया कोरोना महामारी से लड़ रही है। ऐसे मुश्किल वक़्त में सभी के मन मे सिर्फ एक ही सवाल है कि इस खतरनाक कोरोना का वैक्सीन कब निकलेगा और इसकी कीमत क्या होगी? तो आपके मन मे उठ रहे इन सवालों का जवाब देने हम आ गए हैं।
कोरोना की वैक्सीन का इंतेजार पूरी दुनिया बड़ी बेसब्री से कर रही है। बहुत सारी जगहों से हमे वैक्सीन के बनने और ह्यूमन ट्रायल की खबरे सुनने में आती रहती है। लेकिन अभी तक किसी भी देश ने इसे पूरा नही किया है। कोरोना की वैक्सीन ही एकमात्र ऐसा उपाय है जिससे कोरोना से बचा जा सकता है। भारत ने भी वैक्सीन बनाने की ओर बहुत बड़ा कदम उठाया है। और हमे अच्छी खबर भी सुनने में आई है। सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया के सीईओ, अदार पूनावाला ने एक जानकारी साझा की है जिसमे उन्होंने बताया है कि अगर कोरोना की वैक्सीन आती है तो उसकी कीमत भारत मे क्या होगी।
हम आपको बता दे कि सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया ने ऑक्सफोर्ड के साथ मिलकर लगभग कोरोना वैक्सीन की 1 बिलियन डोज बनाने की बात कही है। अदार पूनावाला ने बताया कि अगले महीने से हमारे देश मे ह्यूमन ट्रायल की शुरुआत हो सकती है। और इसके बाद साल के पहले तिमाही में इसका प्रोडक्शन भी शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि इसकी कीमत भारत मे 1000 रुपये से कम हो ताकि हर वर्ग के लोग इसका इस्तेमाल कर सकें। उन्होंने आगे कहा कि हमे उम्मीद है कि सरकार इसके ऊपर कोई चार्ज नही लगायेगी।
भारत के लिए ऑक्सफर्ड वैक्सीन से जुड़ी राहत की खबर आई है। पता चला है कि वैक्सीन ट्रायल के दौरान मुंबई और पुणे के 5 हजार लोगों को ऑक्सफर्ड कोरोना वैक्सीन का टीका लगेगा। यह बात सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदर पूनावाला ने कही है। अदार पूनावाला ने बताया कि अगले दो महीनों में ये ट्रायल होने हैं। मुंबई और पुणे को इसलिए चुना गया है क्योंकि यहां संक्रमण तेजी से फैल रहा है। मुंबई में केसों की संख्या 1 लाख के पार है। वहीं पुणे जिले में 60 हजार के करीब केस हैं।
कैसे काम करती है वैक्सीन
पूनावाला ने आगे बताया, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा बनाई गई वैक्सीन हमारे शरीर मे रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा देती है और हमारे शरीर मे वायरस से लड़ने वाले एन्टी बॉडीज पैदा हो जाते है। यह वैक्सीन हमारे सेल्स में पैथोजन के जेनेटिक मटेरियल को पहुचाने का काम करती है। यह शरीर में मौजूद वायरस को खत्म करने के लिए आपकी इम्युनिटी को और भी मजबूत बना देता है। यह सब ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने वैक्सीन बनाने के पहले चरण में कहा था। आज भारत सहित दुनिया के बहुत सारे देश वैक्सीन बनाने के अंतिम चरण में पहुच गए हैं।
भारत दुनिया मे उन देशों में शामिल हो चुका है जहाँ वैक्सीन के जल्द आने की संभावना बढ़ गयी हैं। ऑक्सफोर्ड ही नही बल्कि और भी बहुत सारे देश और मेडिकल संस्थान वैक्सीन बनाने की ओर बहुत आगे बढ़ चुके हैं। भारत बायोटेक, ICMR और NIV ने साथ मिलकर Covaxin का निर्माण किया है। इसके पहले और दूसरे फेज में 1100 लोगो पर ट्रायल होगा।
Covaxin से जुड़ी कुछ खास बातें
Covaxin भारत की एकमात्र स्वनिर्मित वैक्सीन है। इसका ट्रायल भी शुरू हो गया है। यह वैक्सीन अभी अपने पहले चरण में है। पटना का AIIMS वो पहला इंस्टिट्यूट है, जहां इसका पहला ट्रायल हुआ है। यहाँ अभी केवल 10 लोगो पर इसका ट्रायल किया गया है और अगर इसका परिणाम अच्छा रहा तो आगे इसे और भी लोगो पर टेस्ट किया जाएगा। ICMR के अनुसार इस वैक्सीन का ट्रायल भारत मे 12 जगहों पर किया जाना है। भारत बायोटेक ने भारत की पहली वैक्सीन बना ली है अब सिर्फ इसका ट्रायल बाकी रह गया है।
तो आज के इस आर्टिकल में हमने आपको कोरोना के आने वाली वैक्सीन के बारे में जानकारी दी है। और हम आशा करते हैं कि जल्दी ही इसकी वैक्सीन आ जायेगी। आपकी क्या राय है हमे नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर बताइये। अधिक जानकारी के लिए K4 को फॉलो कीजिये। срочный займ