कोरोनावायरस के कारण चल रहे लॉकडाउन मे ट्रेन और हवाई यात्रा करने पर पाबंदी हैं। इस मुश्किल समय में मज़दूरों को बहुत तकलीफ़ झेलना पड़ रहा है । अपने घर लौटने के लिए ये पलायन कर रहे है। अब क्योंकि ये गाड़ी की क़ीमत नही चुका पाएँगे इन्हें पैदल ही अपना सफ़र तय करना पड़ रहा है । हज़ार किलोमीटर का सफ़र चल कर तय करने का निर्णय लिया कई मज़दूरों ने।
गर्भवती महिला से ले कर वृद्ध औरतों और बच्चों तक, सब इस सफ़र को तय करने के लिए तैयार है क्योंकि इस कठिन समय में ये अपने परिवार के साथ अपने गाँव में रहना चाहते है।
रोज़ ही कई वीडियो और तस्वीर हमारे सामने आते है जहाँ मज़दूर चल कर घर लौट रहे है । ठीक इसी प्रकार , एक मज़दूर माँ अपने पुत्र को अपने साथ घर ले जा रही है । ये पंजाब से झाँसी तक का सफ़र तय करेंगी। इस वीडियो में बच्चा इतना थक चुका था की आख़िर मे उसकी माँ से जब उसका दर्द देखा नही गया तो उसे ट्रॉली बैग पर ही सुला दिया और ख़ुद उसे घसीटते हुए आगे ले जा रही है।
इस वीडियो को देख कर लोगों को बहुत कष्ट हुआ बहुत से लोगों ने कहा की ऐसा दृष्य देखने के बाद पुलिस को नींद कैसे आ रही है? कुछ लोगों ने हमारे सरकार पर सवाल उठाए और कुछ लोगों ने इसे दयनीय बताया और उस माँ की ओर सहानुभूति भी दिखाई।
अरविंद चौहान ने इस वीडियो को अपने ट्वीटर अकाउंट पर पोस्ट किया और कहा –
‘प्रवासी मजदूर पंजाब से वाया आगरा पास से होते हुए झांसी जा रहे हैं।’
कई मज़दूरो की ऐसे यात्रा करने से मौत भी हो गई पर इस समय इनके पास और कोई विकल्प भी नही है क्योंकि कोरोनावायरस का ख़तरा रोज बढ़ते ही जा रहा है जिसके कारण मज़दूरों को लग रहा है की उन्हें जल्द से जल्द अपने घर पहुँच जाना चाहिए। unshaven girl