टिक टॉक के देसी वर्जन का क्या है पाकिस्तान कनेक्शन, जाने यहाँ

Tik Tok  को टक्कर देने का दावा करने वाली  Mitron app 1 महीने के अंदर ही 50 लाख डाउन लोड पूरे कर चुकी है|  इसे भारत में आत्मनिर्भरता की पहली सीढ़ी के तौर पर देखा जा रहा है| साथ ही इसे वोकल फॉर लोकल की मुहीम से जोड़ कर भी देखा जा रहा है| लेकिन असलियत तो कुछ और ही है| दरअसल ये app ‘मेड इन इंडिया’ नहीं है | और न ही इस App को किसी IITian के द्वारा ही बनाया गया है | असल में इस ऐप के सोर्स कोड को पडोसी देश पाकिस्तान से ख़रीदा गया है|

यह TicTic नाम के एक ऐप का रिब्रांड किया हुआ एक नया वर्जन है | जिसे पाकिस्तान की एक कंपनी QBoxus ने बनाया था | कंपनी के सीईओ इरफ़ान शेख के मुताबिक उन्होंने इसका सोर्स कोड Mitron के Pramoters को रु 2500 में बेच दिया था |  उनके मुताबिक वे अक्सर अलग अलग तरह के सोर्स कोड को अपने ग्राहकों को बेचते रहते हैं | उन्होंने बताया कि उनसे सोर्स कोड लेने के बाद लोग उसमे थोड़ा बहुत बदलाव अवश्य करते हैं | वहीँ Mitron ऐप के pramoters ने ऐसा कुछ भी नहीं किया | बस बदलाव के नाम पर सिर्फ इसका लोगो बदल दिया | इसलिए इसे मेड इन इंडिया बोलना सही नहीं है |

आपको बता दें यह ऐप भी टिक टॉक कि तरह ही एक स्माल वीडियो मेकिंग ऐप है जो users को 15 सेकंड का वीडियो अपलोड करने क़ी अनुमति देता है |

इस ऐप में कई लाइब्रेरी और फंक्शन बिलकुल ही टिकटिक ऐप की ही तरह हैं| उनके नाम भी बदले नहीं गए हैं | वैसे इस सोर्स कोड को सिर्फ Mitron के प्रमोटर्स को ही नहीं बल्कि और भी कई लोगों को बेचा जा चुका है | इस सोर्स कोड को अब तक कुल  274 बार बेचा जा चुका है |

Mitron ऐप को लेकर Qboxus कंपनी के सीईओ इरफ़ान शेख का कहना है-” डेवलपर ने इसके बग और अन्य दिक्क्तों को भी ठीक करना जरुरी नहीं समझा”|

इन सब के अलावा Mitron ऐप में कोई स्पष्ट प्राइवेसी पालिसी नहीं है | और न ही ये ही स्पष्ट हो पाया है कि ये ऐप यूज़र्स का डाटा का किस प्रकार से उपयोग करती है| unshaven girl


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