बालों के झड़ने की वजह की बात की जाए तो हमारे बाल सिर्फ मौसम के बदलाव और प्रदूषण या फिर देखभाल ना करने की वजह से सिर्फ़ नहीं झड़ते। बाल झड़ने की कई साइलेंट डिजीज भी होती है जिसकी वजह से हमारे बाल गिरते हैं। आज हम आपको उन्हीं बीमारियों के बारे में बताएंगे जिनकी वजह से हमारे बाल झड़ते हैं।
क्या कहते हैं हेल्थ एक्सपर्ट
अगर हम हेल्थ एक्सपर्ट्स की माने तो उनके अनुसार अगर आपके एक दिन में 60 से 100 बाल गिर रहे हों तो ऐसी स्थिति में आपको घबराने की कोई जरूरत नहीं है। क्योंकि बाल झड़ना एक नेचुरल साइकिल है। जब आपके पुराने बाल झड़ेगे तभी तो नए बाल उगेगें। अगर आपको लग रहा है कि आपके बाल रोजाना भारी मात्रा में गिर यानी झड़ रहे हैं तो आपको अपने डॉक्टर से मिलकर सलाह लेने की जरूरत है। ज्यादातर पेट की बीमारियों के चलते हमारे बाल गिरते हैं। बाल गिरना कई प्रकार की बीमारियों के होने के संकेत भी देता है। यानी अगर आपको कोई बीमारी हो रही है तो आपका शरीर आपको ऐसे (बाल झड़ना) ही एलर्ट करता है।
थायरॉइड की वजह से भी झड़ते हैं बाल
थायरॉइड की समस्या की वजह से भी बाल झड़ते हैं। जब भी आपके बाल तेजी से झड़ रहे हो तो यह संकेत देते हैं कि आप थायरॉइड से ग्रसित हैं। थायरॉइड का इलाज़ ना कराने पर इसका बुरा असर आपके बॉडी पर देखने को मिल सकता है। तो कोशिश यही करिए कि अगर थायरॉइड बढ़ी है तो उसका इलाज जल्द से जल्द करा लें ताकि आप एक सामान्य सा सादा जीवन जी सकें। क्योंकि अगर आप इसका इलाज नहीं कराते तो आपके शरीर में कई प्रकार की बीमारियां पनपने लगती हैं।
कैंसर जैसी बीमारी से झड़ते हैं बाल
कैंसर जैसी भयानक बीमारी के चलते मनुष्यों के बाल झड़ते हैं। हाॅजकिन लिंफोमा जैसे कैंसर के चलते हमारे बाल झडते हैं। या फिर जब हम कैंसर का इलाज करवा रहे होते हैं तो उस दौरान भी हमारे बाल झड़ते हैं। क्योंकि कैंसर का इलाज कीमोथेरेपी के माध्यम से जब किया जाता है तभी हमारे बाल झड़ने लगते हैं यहां तक कई बार तो पूरे के पूरे बाल ही झड़ जाते हैं हालंकि उसके बाद नए बाल भी उगते हैं।
ब्लड प्रेशर भी बालों के झड़ने का है एक कारण
ब्लड प्रेशर का कम या ज्यादा होना भी बाल गिरने का एक कारण है। जब कोई व्यक्ति बीपी जैसी समस्याओं से पीड़ित रहता है तो उसके बाल झड़ते हैं। क्योंकि ऐसी स्थिति में हमारे शरीर में सुचारू रूप से ब्लड का सर्कुलेशन नहीं हो पाता। ब्लड में सोडियम की मात्रा इतनी अधिक होती है कि उससे भी आपके बाल झड़ते हैं। ज्यादातर हाई ब्लड प्रेशर वाले मरीजों में बाल झड़ने वाली समस्या देखने को मिलती है।
बुलिमिया और एनाॅरेक्सिया
आजकल के युवा स्लिम फिट बॉडी के चक्कर में बुलिमिया और एनाॅरेक्सिया जैसी ईटिंग डिसऑर्डर का शिकार होते जा रहे हैं। स्लिम बॉडी पाने के लिए युवा बस चुनिंदा भोजन ही करते हैं और ऐसे में हमारे शरीर में सही तरीके से भरपूर मात्रा में पोषक तत्व नहीं पहुंच पाते हैं। जिसके चलते हम कुपोषण के शिकार हो जाते हैं और फिर इसी कुपोषण के चलते हमारे बाल तेजी से झड़ने लगते हैं।
डिप्रेशन भी है बालों के झड़ने का एक कारण
जब कोई व्यक्ति डिप्रेशन की चपेट में आ जाता है तो भी उसके बाल झड़ने शुरू हो जाते हैं। डिप्रेशन एक मानसिक बीमारी है। पहले हम स्ट्रेस का शिकार होते हैं और फिर उसके बाद हम एंग्जाइटी का शिकार हो जाते हैं। स्ट्रेस की अवस्था में ही हमारे बाल झड़ना शुरू हो जाते हैं। और जब यह स्ट्रेस डिप्रेशन में बदल जाता है तो हमारे बाल और भी तेजी से झड़ने लगते हैं। यहां तक हमारे बाल पकने यानी सफेद भी होने लगते हैं।
लूपुस डिसऑर्डर की वजह से झड़ते हैं बाल
लूपुस डिसऑर्डर की वजह से हमारे बाल झड़ने लगते हैं। यह एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर होता है। इस डिसऑर्डर में हमारे शरीर के कई हिस्सों सूज जाते हैं और लंबे समय तक हमारे शरीर के हिस्से सूजे रहते हैं। इंफ्लेमेशन के कारण हमारी चेहरे की त्वचा और बालों की जड़े प्रभावित होती हैं। ऐसी स्थिति में हमारे बालों की जड़ों तक सही से ब्लड और ऑक्सीजन का प्रवाह नहीं हो पाता है। जिसके चलते हमारे बाल झड़ने लगते हैं। लूपुस डिसऑर्डर के चलते सिर्फ हमारे सर के बाल ही नहीं बल्कि स्थिति गंभीर होने पर आईब्रो और आईलीड के बाल भी झड़ने लगते हैं। यहां तक कि ऐसी स्थिति में पुरुषों के तो मूछे और दाढ़ी के बाल भी गिरने लगते हैं। срочный займ на карту онлайн