ऑनलाइन ब्यूटी और वैलनेस रिटेलर 'न्याका' की फाउंडर फाल्गुनी नायर ने कैसे की बिजनेस की शुरुआत

ऐसा कोई सपना नहीं है, जिसे पूरा नहीं किया जा सकता हो बस उसे पूरा करने की ज़िद और जज़्बा होना  चाहिए।  फिर कोई भी चीज आप का रास्ता नहीं रोक सकती, मेहनत और लगन से काम करते रहें, रास्ते खुद-ब-खुद बनते चले जातें हैं।

कुछ ऐसे ही सपने देखे थे, फाल्गुनी नायर ने, जो उन्हें सोने नहीं देते थे और उन्हें साकार करने की ज़िद फाल्गुनी नायर के अंदर, कुछ ऐसी थी कि जब तक उसे पूरा नहीं कर लिया वे चैन से नहीं बैठीं। व्यवसायिक क्षेत्र में एक जाना माना नाम हैं -‘फाल्गुनी नायर’।

फाल्गुनी ऑनलाइन ब्यूटी और वैलनेस रिटेलर ‘न्याका डॉट कॉम’ की फाउंडर हैं, 300 करोड़ से ज्यादा का है उनका कारोबार। उन्होंने अहमदाबाद के ‘इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट’ से पढ़ाई की और फिर ‘कोटक महिंद्रा बैंक’ में बतौर कैपिटल इन्वेस्टमेंट मैनेजिंग डायरेक्टर का काम करने लगीं। फाल्गुनी के पास एक अच्छी खासी नौकरी थी। जिसमें उन्हें अच्छा खासा पैसा मिल जाया करता था, पर कुछ था जो उन्हें बार-बार परेशान कर रहा था। फाल्गुनी को अपनी एक अलग पहचान बनानी थी। उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ने का फैसला किया और 2012 में ‘न्याका’ की शुरुआत की।

यह सफर फाल्गुनी के लिए  इतना आसान नहीं था क्योंकि जिस क्षेत्र में फाल्गुनी नायर ने बिजनेस की शुरुआत की, वहां देश -विदेश के जाने-माने बड़े-बड़े ब्रांड पहले ही अपनी धाक जमाए हुए थे। पर फाल्गुनी के अंदर अपना सपना पूरा करने की ज़िद ऐसी थी कि वे आगे बढ़ती गईं।

पुरुष प्रधान देश में किसी महिला का इस तरह आगे आना, वह भी व्यवसाय क्षेत्र में इतनी आसान बात नहीं है। फाल्गुनी का कहना है कि वे ट्रैवलिंग के दौरान मल्टी ब्रांड स्टोर जाया करती थी तो वहां जाकर उन्हें यह महसूस हुआ कि ग्राहकों को उनकी जरूरत के सारे ब्यूटी प्रोडक्ट्स एक जगह पर नहीं मिल पाते हैं। फाल्गुनी ने इसी पर काम करना शुरू किया जिसमें उनकी पूरी टीम ने उनकी मदद की।

लोगों को भी उनका काम पसंद आ रहा था और फिर धीरे-धीरे ई-कॉमर्स भी भारत में उभर रहा था। इसलिए उन्होंने और उनकी टीम ने ऑनलाइन बिक्री की योजना बनाई, जिससे ग्राहकों को सारे ब्यूटी प्रोडक्ट एक ही जगह आसानी से मिल जाए और उन्हें इधर उधर दुकानों के चक्कर न काटने पड़ें।

फाल्गुनी अपने बिजनेस के साथ साथ अपने प्रोडक्ट की गुणवत्ता पर भी काफी ध्यान देती हैं। उनके प्रोडक्ट्स की गुणवत्ता कैसी है?  इसकी जांच न केवल वे खुद बल्कि पूरी टीम किया करती है क्योंकि ग्राहक उन पर विश्वास करते हैं और उत्पाद की गुणवत्ता और शुद्धता का ख्याल रखना उनकी जिम्मेदारी बनती है। उनके हर एक प्रोडक्ट के साथ-साथ उस प्रोडक्ट से जुड़ी जानकारी भी ऑनलाइन दी जाती है।

फाल्गुनी नायर ना सिर्फ एक बिजनेस वूमेन बल्कि एक होममेकर भी हैं। जितना अच्छे से वे अपने बिजनस को संभालती हैं,  ठीक उसी तरह वह अपने घर को भी संभालती हैं। फाल्गुनी दो बच्चों की मां हैं और उनका मानना है कि यह बिल्कुल भी जरूरी नहीं है कि आप अपनी पर्सनल लाइफ के चलते प्रोफेशनल लाइफ को अनदेखा कर दें या प्रोफेशनल के चलते पर्सनल लाइफ को। जीवन में संतुलन बहुत आवश्यक है और अगर एक महिला चाहे तो क्या कुछ नहीं कर सकती? बस अपने इरादों को मजबूत बना लें और मेहनत से कोई समझौता ना करें।

फिर, आपको अपने सपने देखने और उन्हें पूरा करने से कोई नहीं रोक सकता। उनका मानना है कि जिंदगी और कामयाबी एक सफर की तरह है, जो कभी खत्म नहीं होता। जिंदगी में किसी भी मुकाम पर पहुंच जाएं या कितनी भी सफलता क्यों न हासिल कर लें, मीलों का सफर तब भी बाकी रहता है। फाल्गुनी के परिवार ने हमेशा उनका साथ दिया है। जिससे उन्हें अपने व्यवसाय में काफी मदद मिली है। उनकी बेटी भी उनकी काफी मदद करती है, जिससे उन्हें नए विचार भी मिलते रहते हैं।

फाल्गुनी को 2018 में ‘फॉर्च्यून इंडिया’ की ’50 मोस्ट पॉवरफुल वूमेन इन बिजनेस’ में शामिल किया गया था। उन्हें ‘वूमेन अहेड अवार्ड ‘ के साथ-साथ कई अन्य पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया है। उनकी कंपनी ‘न्याका’ का मतलब है ‘वन इन स्पॉटलाइट’।

अपने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि –

वे महिलाओं से यह कहना चाहती हैं कि उन्हें कभी भी अपने सपनों को देखना बंद नहीं करना चाहिए। ना ही उन्हें खुद को सामाजिक दायरे में कैद करना चाहिए। उन्हें बाहर निकलने के लिए थोड़े साहस की जरूरत है। पर अगर वह एक बार बाहर निकल गई तो वे यह खुद देख पाएंगी कि जितना उन्होंने सोचा भी नहीं था। वह उससे ज्यादा कामयाब हो गई हैं।

फाल्गुनी कहतीं हैं कि हम जो भी काम कर रहें हैं उस का आनंद लें। वो ऐसा खुद भी करती हैं फिर चाहे वह अपने बिजनेस में कड़ी मेहनत कर रहीं हों या अपनी सफलता का जश्न मना रहीं हों। उन्होंने अपने बिजनेस के दौरान हर चीज से कुछ न कुछ सीखा है और हर एक चीज को उन्होंने इंजॉय किया है।

हमें सपने देखना कभी नहीं छोड़ना चाहिए पर सपने  हमें तभी देखने चाहिए‌ जब हमारे अंदर उन्हें पूरा करने जज्बा  हो और उन्हें हासिल करने की हिम्मत। hairy woman


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