तेजस्वी राणा, आईएएस अधिकारी है जो राजस्थान में नियुक्त हैं। वर्तमान में देश भर में उनके तबादले पर चर्चा हो रही हैं। तेजस्वी राणा 14 अप्रैल को सुर्खियों में आयी क्योंकि उन्होंने बेगूं के विधायक राजेन्द्रसिंह विधुड़ी के वाहन को रोक दिया था।
तेजस्वी राणा कौन हैं?
हरियाणा के कुरुक्षेत्र क़ी तेजस्वी राणा ने संघ लोक सेवा आयोग की 2016 की लोक सेवा की परीक्षा में देश भर में 12 वें स्थान प्राप्त किया था। खास बात यह है कि तेजस्वी ने बिना किसी कोचिंग के सफलता हासिल की। आईआईटी कानपुर से स्नातक तेजस्वी ने 2015 में पहली बार परीक्षा दी, लेकिन सफल नहीं हुयी। बाद में उन्होंने खुद घर पर रहकर तैयारी की और अगले साल पूरे देश में 12 वां स्थान हासिल किया।
तेजस्वी राणा के पिता ने तबादले के बारे में क्या कहा?
तेजस्वी के पिता डॉ कुलदीप राणा ने कहा कि उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है। उन्होने कहा कि उनकी बेटी बहुत निडर है। उसने हर काम को पूरी ईमानदारी के साथ किया है।
विधायक से जब तबादले का कारण पूछा गया कि तो उन्होने कहा कि उन्हे इसके बारे में कुछ पता नहीं है। राजेन्द्रसिंह विधुड़ी ने कहा कि वह पार्टी कार्यकर्ता की कार में अपने निर्वाचन क्षेत्र में जा रहे थे। रास्ते में, आईएएस अधिकारी और डीएसपी ने अपना वाहन रोक दिया और चालक को अपना लाइसेंस दिखाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि उनके ड्राइवर के पास उस समय लाइसेंस नहीं था।
विधायक ने दावा किया कि उन्होंने जुर्माना अदा किया है और दोनों अधिकारियों ने उनसे बहुत विनम्रता से बात की। विधायक ने कहा कि मुझे तबादले का कारण नहीं पता है। बता दें कि पुलिस और प्रशासन की सख्ती के कारण चित्तौड़गढ़ अभी तक कोरोना के जाल में नहीं फंसा है। कोरोनावायरस अब तक राजस्थान के 25 जिलों में पहुंच चुका है। केवल आठ जिले अप्रभावित हैं।
इस आर्टिकल के संबंध में आपके विचारों का हमें इंतजार रहेगा| आप पोस्ट पर अपने विचार कमैंट सेक्शन में शेयर कर सकते हैं|
Leave a Reply