क्या आप ऐसी जॉब में हैं जहाँ लम्बे समय तक बैठकर आफिस जाब करना पड़ता है। तो आपको यह आर्टिकल ज़रूर पढ़ना चाहिए…
क्रास लेग बैठना एक सामान्य आदत है अधिकांश लोगों को बैठते समय ध्यान ही नही रहता कि वे क्रास लेग बैठे हुए हैं। यदि आप को एक पैर के ऊपर दूसरे पैर को रखकर बैठना आरामदेह लगता है तो आपको जान लेना चाहिए कि ऐसा करना आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।
मैगज़ीन ‘ब्लड प्रेशर मानिटरिंग’ में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक क्रास लेग बैठने से आपको ब्लड प्रेशर बढ़ने की समस्या हो सकती है।
आजकल आफिस जाॅब करने वाले कर्मचारियों में देखा गया है कि वे लम्बे समय तक कम्प्यूटर के सामने कुर्सी पर चिपक कर बैठे रहते हैं। कुर्सी पर बैठने के तरीके में आमतौर पर देखा गया है कि लोग एक पैर के ऊपर दूसरे पैर को रखकर घंटो बैठे रहते हैं। यह क्रास लेग बैठने का तरीक़ा बहुत सी परेशानियों का सबब बनता है।
एक अध्ययन में पाया गया है कि यदि आप प्रति दिन तीन घण्टे से अधिक क्रास लेग मुद्रा में बैठते हैं तो लम्बे समय में यह आपके शरीर के पोस्चर को बिगाड़ देता है।
लम्बे समय तक क्रास लेग बैठना कर सकता है बीमार
एक पैर के ऊपर दूसरे पैर को रखकर लम्बे समय तक बैठने से पैर की रक्त वाहिकाओं में ख़ून का बहाव अवरुद्ध होता है, जिससे पैरो में क्लाॅटिंग की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इससे पैरो में दर्द होता है और माँस-पेशियों में खिंचाव के कारण चलने-फिरने में परेशानी होती है।
औरतों में क्रास लेग बैठना सबसे आकर्षक मुद्रा मानी जाती है, लेकिन इस मुद्रा में बैठने से रीढ़ की हड्डी (स्पाइन) अपने सामान्य स्थिति में नहीं रहती है, जिससे लोगों में कमर के निचले हिस्से में दर्द, गर्दन और कंधों में दर्द जैसी समस्याएं देखी गईं हैं।
लम्बे समय तक क्रास लेग बैठने से हमारे हृदय की पम्पिंग बाधित होती है जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है। सही ब्लड सर्कुलेशन न होने से हम थके हुए महसूस करते हैं।
आपने कई बार अनुभव किया होगा कि ज्यादा देर तक क्रास लेग बैठने से आपका पैर सुन्न पड़ जाता है इसका कारण है कि पैर के ऊपर दूसरे पैर को रखकर बैठने से घुटनों के पीछे स्थित पेरोनियल ग्रंथि पर दबाव पड़ता है पेरोनियल ग्रंथि संवेदनाओं को पैर के निचले हिस्से तक ले जाने का काम करती है। स्थिति ज्यादा खराब होने पर यह बीमारी का रूप ले लेती है जिसे पेरोनियल नर्व प्लासी कहते हैं।
मोटापे या ज्यादा वजन बढ़ने की समस्या का एक कारण लम्बे समय तक क्रास लेग बैठना भी है। क्योंकि शारीरिक श्रम न होने के कारण भोजन की कैलोरी बर्न नही हो पाती हैं। मोटापा अपने साथ कई दूसरी समस्याएं और बीमारियाँ भी लेकर आता है।
यदि हमें इन सारी समस्याओं से बचना है तो बेहतर होगा कि हम अपनी बैठने की आदतों को ही सुधार कर लें।
अच्छी सेहत के लिए ध्यान रखें ये बातें
लम्बे समय तक क्रास लेग बैठने के कारण होने वाली समस्या पता चल जाने के बाद अब आप जब भी बैठकर काम करना प्रारंभ करें तो कोशिश करें कि आप क्रास लेग न बैठे। इससे आपको न केवल एक अच्छा पोस्चर बनाने में मदद मिलेगी बल्कि आप स्वयं को स्वस्थ भी रख पाएंगे।
यदि क्रास लेग बैठना ही है तो एक मुद्रा में ज्यादा देर तक न बैठे उसे बदलते रहे।
खून का बहाव सही रखने और हृदय को स्वस्थ रखने के लिए कार्डियोलाजिस्ट लम्बे समय तक बैठ कर काम करने वाले लोगों को हर 45 मिनट में एक बार पाँच मिनट के लिए उठकर ब्रेक लेने की सलाह देते हैं।
इन पांच मिनट में आप चहलकदमी, आँखों की एक्सरसाइज़ या फिर डीप ब्रीदिंग कर सकते हैं। इससे आपका ब्लड सर्कुलेशन सही होगा और आँखों की रोशनी भी सही बनी रहेगी। payday loan
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