विश्व भर में फैली कोविड-19 नामक कोरोना वायरस से आज भारत समेत लगभग 200 से अधिक देश बुरी तरह से प्रभावित है। इस महामारी से लड़ने के लिए हमारे वैज्ञानिक डॉक्टर वैक्सीन की खोज में लगे हुए हैं। कई जगहों पर वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल भी शुरू हो चुका है इसमें हमारा भारत भी शामिल है, भारत में भी वैक्सीन को लेकर ह्यूमन ट्रायल शुरू हो गए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कह दिया है कि इस वर्ष वैक्सीन बाजार में ला पाना संभव नहीं है यानी अभी वैक्सीन आने में समय लगेगा। लेकिन तब तक हम अपने आप को इस महामारी से कैसे बचाए रखें। वैसे आमतौर पर डॉक्टर यही सलाह दे रहे हैं कि अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, सार्वजनिक जगह पर जाना है तो मास्क का उपयोग करें घर वापस आने पर पूरे बॉडी को सैनिटाइज करें। इस महामारी से बचने के लिए हमें पूरी सतर्कता तो बर्तनी होगी साथ ही साथ अपने स्वास्थ्य का भी ख्याल रखना होगा। आपको अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना होगा यानी अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत करना होगा।
गर्मी का मौसम है हमारे भारत में गर्मी के मौसम में कई तरह के ड्रिंक हम लोग पीते हैं जिसमें से एक ड्रिंक छाछ है, ‘मठ्ठा’। हम सभी गर्मी के समय मठ्ठा तो पीते ही हैं। क्या आपको पता है इसमें ऐसी कई खूबियां हैं जो हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है यानी छाछ हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है।
छाछ में ये पोषक तत्व पाए जाते हैं
जब हमें कैल्शियम की कमी होती है तो हमें डॉक्टर यही कहता है कि आप ज्यादा से ज्यादा दूध पीयें क्योंकि दूध में कैल्शियम अधिक होता है और जब हम दूध पीते हैं तो हमारी बॉडी को उससे कैल्शियम मिलता है। और दूध से ही छाछ बना होता है तो जाहिर सी बात है कि छाछ में भी कैल्शियम मौजूद होता है।
हमारी हड्डियों के लिए छाछ बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि छाछ में कैल्शियम के अलावा पोटेशियम, विटमिन-बी और फॉस्फोरस जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करते हैं। अगर आपको हड्डियों की समस्या है या जोड़ों की समस्या है तो आप गर्मी के समय छाछ पी सकते हैं छाछ पीने से आपकी यह समस्याएं कम हो सकती है।
छाछ और कोरोना
आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि छाछ हमें कोरोना से कैसे बचाती है और हमारे शरीर को कैसे मजबूत बनाती है।
- हमने आपको पहले ही बताया कि छाछ में कैल्शियम और विटामिन बी पाया जाता है जो हमारी हड्डियों के लिए बहुत ही जरूरी और लाभदायक होता है पोषक तत्वों की वजह से हमारे शरीर में विटामिन डी की कमी नहीं होती और विटामिन डी ही हमारे शरीर का संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।
- विटामिन डी हमारे हड्डियों को मजबूत बनाता है और साथ ही साथ हमारे इम्यून सिस्टम में मौजूद इम्यून सेल्स को भी जगाता है यानी एक्टिव करता। इतना ही नहीं नई इम्यून कोशिकाओं के निर्माण में भी विटामिन डी का भी योगदान रहता है।
- बॉडी को मेंटेन करने के लिए तरह-तरह के पोषक तत्वों की जरूरत होती है जिसमें से एक पोटेशियम भी है। हम सब जानते हैं कि एक स्वस्थ शरीर के लिए पोटैशियम जैसे मिनरल्स की कितनी जरूरत होती है। जब हम किसी बीमारी की गिरफ्त में गिरफ्त में आने लगते हैं और हमारे शरीर में कोई नया बैक्टीरिया प्रवेश करता है तो पोटैशियम की मदद से हमारी कोशिकाएं हमारे इम्यून सेल्स को सिग्नल भेज पाती है ताकि वह आकर बैक्टीरिया को खत्म करें और हमारे शरीर को अस्वस्थ (बिमार) होने से बचाएं। छाछ में पोटेशियम भी पाया जाता है।
- हड्डियों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए फॉस्फोरस और पोटैशियम और कैल्शियम जैसे तत्वों की हमारे शरीर में कमी नहीं होनी चाहिए। क्योंकि ये पोषक तत्व हमारी हड्डियों को सिकुड़ने से बचाने का काम करते हैं। हमने आपको पहले ही बताया यह पोषक तत्व साथ मिलकर हमारी हड्डियों को मजबूत बनाए रखते हैं।
- जब हमारे शरीर में कार्बोहाइड्रेट का सही से पाचन नहीं हो पाता और कार्बोहाइड्रेट एकत्रित होने लगता है तो यह हमारे शरीर को कमजोर बना देता है या हमारे शरीर को पूरी तरह से खोखला कर देता है। कार्बोहाइड्रेट को फास्फोरस की जरूरत पड़ती है। क्योंकि फास्फोरस की मदद से ही कार्बोहाइड्रेट का पाचन हो पाता है। अगर हमारे शरीर में फास्फोरस जैसे तत्व की कमी हो जाए तो कार्बोहाइड्रेट का सही से पाचन नहीं हो पाता जिसके कारण हमारा शरीर अस्वस्थ हो जाता है। फास्फोरस जैसे मिनरल्स छाछ में पाए जाते हैं।
छाछ कैसे पियें
आप आपने स्वाद अनुसार छाछ, दूध, दही आदि तरल पदार्थों का सेवन करते हैं। लेकिन अगर सही समय में सही पदार्थों का सेवन किया जाए तो शरीर स्वस्थ बना रहता है। आमतौर पर लोग छाछ को सुबह-सुबह पी लेते हैं। लेकिन सुबह सुबह खाली पेट छाछ नहीं पीना चाहिए क्योंकि सुबह-सुबह छाछ पीने से हमारे शरीर में आलस आने लगता है यहां तक की हमें कभी-कभी पेट दर्द की भी शिकायत मिलती है। तो याद रहे कभी भी सुबह खाली पेट छाछ ना पिएं।
आप नाश्ता करने के साथ साथ छाछ भी पी सकते हैं। लेकिन जब छाछ पीए तो छाछ के दौरान आप दही और दूध का सेवन ना करें। अगर आप छाछ, दही, और दूध एक साथ पीते हैं तो आपको पेट की समस्या से जूझना पड़ सकता है।
छाछ पीने के सही समय की बात करें तो छाछ पीने का सही समय चिलचिलाती धूप यानी दोपहर का समय होता है। जब हमें दोपहर में प्यास लगी हो तो उस प्यास को हम छाछ के भी माध्यम से बुझा सकते हैं ऐसे में हमें अधिक मात्रा में पोषक तत्व मिलते हैं।
अक्सर हम रात में दही और छाछ का सेवन नहीं करते क्योंकि हम खाने के बाद तुरंत बिस्तर पर सो जाते हैं ऐसे में छाछ या दही सही से पच नहीं पाता। लेकिन अगर हम छाछ में जीरा मिर्चा सरसों के तेल का तड़का लगा दे तो कोई दिक्कत नहीं होगी आप छाछ में तड़का लगाकर रात में भी छाछ पी सकते हैं। लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि अगर आपको जोड़ों की समस्या है यानी अगर आपकी कमर या आपके घुटनो यहां के और किसी जोड़ में दर्द है तो रात के समय छाछ न पिएं।
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