भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से पिछले साल निष्कासित किए गए पूर्व संसद संतोष सिंह और पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी समेत नौ कांग्रेस नेताओं ने कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा है।
कुछ महीने से कांग्रेस पार्टी में घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस के बड़े बड़े नेताओं ने चिट्ठी लिखकर पहले ही पार्टी में घमासान मचा दिया था। अब पिछले साल कांग्रेस से निकाले गए नेताओं ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर कहा है कि “परिवार मोह” से ऊपर उठकर पार्टी को चलाया जाए न की परिवार मोह में रहकर पार्टी को चलाया जाए।
कुछ दिनों पहले कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल, शशि थरूर, और गुलाम नबी आजाद समेत 20 कांग्रेसी नेताओं ने गांधी परिवार के खिलाफ सवाल उठाए थे। इन नेताओं ने संगठन ( कांग्रेस) में बदलाव और पार्टी के नेताओं समेत अधिकारियों के विकेंद्रीकरण करने की बात कही थी।
जिन नेताओं ने अब सोनिया गांधी को पत्र लिखा है। उन्होंने निष्कासन वापस लेने की ओर इशारा करते हुए कहा, ”संवाद के अभाव में पार्टी हित का चिंतन करना और सुझाव देना अनुशासनहीनता नहीं होती. ऐसे हालात को संज्ञान में लेकर उनका निदान करने के बजाए उन्हें भाजपा का आवरण पहनाना खुद को धोखा देने के बराबर है।”
निष्कासित नेताओं ने पत्र ये भी लिखा है कि इस समय देश बिखरा हुआ है और कांग्रेस को जीवंत रहकर गतिशील बने रहना बहुत ही आवश्यक है।
क्या कांग्रेस में चलेगा पत्र वाला खेल
पिछले दिनों एक चिट्ठी ने कांग्रेस में इतना बवाल मचा दिया था कि पूरा का पूरा राष्ट्रीय मीडिया ने कई दिनों तक इसी ख़बर को चैनलों पर प्रसारित किया था। अब कांग्रेस में एक प्रकार चिट्ठी वाला खेल शुरू हो गया है। जब से कुछ बड़े नेताओं ने चिट्ठी लिखकर गांधी परिवार पर सवाल खड़े किए हैं तभी से पार्टी के अन्य कार्यकर्ता और नेता भी चिट्ठी लिखने लगे हैं।
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