Category: तीर्थ
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तीर्थ यात्रा क्यों जरूरी मानी गई है?
हम अपने पापों को धुलने के लिए धार्मिक स्थलों पर जाते हैं। अपने पापों को धुलने के लिए हिंदू समाज के लोग तीर्थ यात्रा करते हैं। मान्यता है कि तीर्थ यात्रा करने से हमारे सभी पाप धुल जाते हैं और साथ ही साथ हमारे पूर्वजों को इससे शांति भी मिलती है। हिंदू धर्म में चार…
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आठवीं शताब्दी में शंकराचार्य द्वारा बनाया गया था श्रृंगेरी का मां शारदंबा मंदिर
आज हम श्रृंगेरी का शारदंबा मंदिर के निर्माण और इस मंदिर से जुड़ी जानकारी के बारे में चर्चा करेंगे। वैसे यह मंदिर कर्नाटक के चिकमंगलूर जिले में तुंगा नदी के किनारे स्थित है। हिंदू धर्म के लिए आस्था का घर कहे जाने वाले शारदंबा मंदिर लगभग 1100 साल पुराना है। इस मंदिर का निर्माण आदि…
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23 जून से शुरू हो रही पवित्र अमरनाथ यात्रा, यहाँ हैं यात्रा से जुडी विशेष जानकारियां
बाबा बर्फानी के दर्शनों की आस लगाए भक्तों का इंतजार ख़त्म होने वाला है। जल्द ही भक्तों को श्री अमरनाथ के पावन एवं मंगलमय यात्रा का लाभ मिलेगा। प्रतिवर्ष निश्चित समय के लिए गुफा को भक्तों के दरशनार्थ खोला जाता है। जम्मू कश्मीर की शीतकालीन राजधानी जम्मू में आयोजित श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की बैठक…
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उत्तराखंड के पहाड़ियों में बसा है भगवान सूर्य का भव्य 'कटारमल मंदिर'
900 साल पूराना कटारमल मंदिर एक भव्य सूर्य मंदिर है,जिसे “बढ़ा आदित्य मंदिर” के नाम से भी जाना जाता है। कटारमल, अल्मोड़ा से लगभग 17 किलोमीटर दूर स्थित है। यह मंदिर 2,116 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए कोसी नदी के पास हवालबाग और मटेला को पार करते हुए…
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पुंडुचेरी का तिरुनलार धरबरनीश्वर मंदिर, यहां शिव की पूजा से पहले जरूरी है शनि की उपासना
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव और शनि का, हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण स्थान है। भगवान शिव को सृष्टि के रक्षक के रूप में जाना जाता है और भगवान शनि को न्याय का देवता कहा जाता है। भारत में इन दोनों देवताओं के अनेक मंदिर है, परंतु आज जिस मंदिर के बारे में हम…
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देवी सरस्वती के प्रमुख मंदिर और उनसे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
हमारे देश में अनेक धर्मों के लोग रहते हैं। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, पारसी, जैन इत्यादि। सभी धर्मों के लोग आपस में मिलजुल कर रहते हैं। हमारे देश में सबसे अधिक जनसंख्या हिंदू धर्म के लोगों की है। भारत में हिंदू धर्म के लोगों के लिए अनेक तीर्थ स्थान है, जहां लोग अपनी जिंदगी में…
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पंच केदार का रहस्य: देश के इस मंदिर में होती है केवल भगवान भोलेनाथ के मुख की पूजा
हिन्दू धर्म का मुख्य आधार है आराधना। आराधना या भक्ति से तात्पर्य स्वंम या किसी दूसरे व्यक्ति के कल्याण के लिए भगवान में लीन हो जाना। केवल कल्याण के लिए ही नहीं कई लोग तो पूजा इसलिए भी करतें हैं कि यह आत्मसंतुष्टि और आनंद की अनुभूति का एक मार्ग है। इस आनंद को शब्दों…
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पाकिस्तान में 200 साल पुराना शिव मंदिर – कटासराज, जिसे शिव नेत्र माना जाता है
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सृष्टि के आरंभ में ब्रह्मा जी और विष्णु जी के बीच श्रेष्ठा को लेकर विवाद हो गया। दोनों के इस विवाद को देखते हुए एक अग्नि स्तंभन प्रकट हुआ और आकाशवाणी हुई कि जो इस स्तंभ का आदि और अंत जान लेगा, वही श्रेष्ठ होगा। ब्रह्मा जी और विष्णु जी, दोनों…
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वृंदावन के प्रसिद्ध, प्रेम मंदिर की होली क्यों है खास
श्री कृष्ण का नाम मन में आते ही हमारा हृदय प्रेम भावना से पुलकित हो उठता है। श्री कृष्ण से जुड़ी सभी चीजें श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं। और श्रीकृष्ण से जुडी सबसे पावन भूमि वृंदावन नाम सुनते ही श्रद्धालुओं का मन पुलकित हो जाता है। वृंदावन वह स्थान है, जहां कृष्ण ने अपने बचपन…
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माता सीता का जन्म स्थान, जहां होती है पुत्र की प्राप्ति
समाज में जब भी, स्त्री धर्म का पालन करने वाली नारियों का वर्णन किया जाएगा, तब सीता माता का नाम बड़े आदर से लिया जाएगा। श्री राम की अर्धांगिनी और मिथिला की राजकुमारी सीता माता का जन्म फागुन महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को हुआ था। उनके जन्म से जुड़ी कहानियां आज भी प्रचलित हैं…