Category: सदवाणी

  • गलत तरीके से पानी पीने से हो सकता है नुकसान

    गलत तरीके से पानी पीने से हो सकता है नुकसान

    कोरोना काल में यह बहुत आवश्यक है कि हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत रहे। इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने के लिए अगर हम पानी को भी सही तरह से पीना शुरु कर दें , तो भी वह हमारे लिए बहुत फायदेमंद रहेगा। हम अगर शुद्ध पानी को सही तरीके से पिए तो हमारे शरीर की रोग…

  • संत ने ऐसे सिखाई अपने शिष्यों को विनम्रता की महानता

    संत ने ऐसे सिखाई अपने शिष्यों को विनम्रता की महानता

    एक आश्रम में एक बूढ़े संत रहा करते थे। काफी दिनों से उनकी तबीयत कुछ ठीक नहीं चल रही थी। उन्हें इस बात का आभास पहले से ही हो गया था कि अब वे ज्यादा दिन नहीं जी सकेंगे। उन्होंने सोचा कि क्यों ना वे अपने शिष्यों को कुछ ऐसा बता कर जाएं, जिससे वे…

  • हमें संतुष्ट रहना चाहिए, तभी हम अपने जीवन में हर हाल में खुश रह पाएंगे।

    हमें संतुष्ट रहना चाहिए, तभी हम अपने जीवन में हर हाल में खुश रह पाएंगे।

    जीवन में संतुष्ट रहना भी अपने आप में एक कला है। बहुत से लोग ऐसे होते हैं ,जिनके पास सब कुछ होता है, पर वे संतुष्ट नहीं रहते। जितना उनके पास है या जितना उन्हें मिल गया है,उन्हें हमेशा उससे ज्यादा पाने की इच्छा बनी रहती है और यह इच्छा , ऐसी होती है कि…

  • संगति कीजै साधु की

    संगति कीजै साधु की

    एक बार समुद्र तट पर पक्षी राज भगवान गरुड़ आ रहे थे।  उनके आगमन की सूचना मिलते ही सारे पक्षी अपने भगवान के दर्शन करने के लिए समुद्र तट पर इकट्ठा होने लगे। इन्ही दर्शनार्थी पक्षियों में दो दोस्त भी थे, एक कौआ और उसका मित्र बटेर। भगवान गरुड़ के आने की सूचना पाते ही…

  • दानवीर बालक जो बड़ा होकर संत बना

    दानवीर बालक जो बड़ा होकर संत बना

    एक समय की बात है किसी गाँव में एक निर्धन अपने पुत्र के साथ अपना जीवन किसी तरह गुज़र-बसर कर रहा था। पिता पूरे दिन हाँड़ तोड़ मेहनत करता तब जाकर दोनों को एक वक्त की रोटी नसीब हो पाती। एक दिन बेटे ने फल वाले को फल बेचते देखा और फल लेने की ज़िद…

  • किसी काम को बोझ की तरह न देखें, उसे कर्तव्य की तरह करें

    किसी काम को बोझ की तरह न देखें, उसे कर्तव्य की तरह करें

    आज मैं आपको एक ऐसे राजा की कहानी सुनाने जा रहा हूं जो विपत्तियों को बोझ की तरह समझता था और जिसके चलते वह तो ना सुख से सो पाता था ना चैन से खा पाता था और विपत्तियों के बारे में ही हमेशा सोचता रहता था। एक वर्ष राजा के राज्य में आकल पड़…

  • तीर्थ यात्रा क्यों जरूरी मानी गई है?

    तीर्थ यात्रा क्यों जरूरी मानी गई है?

    हम अपने पापों को धुलने के लिए धार्मिक स्थलों पर जाते हैं। अपने पापों को धुलने के लिए हिंदू समाज के लोग तीर्थ यात्रा करते हैं। मान्यता है कि तीर्थ यात्रा करने से हमारे सभी पाप धुल जाते हैं और साथ ही साथ हमारे पूर्वजों को इससे शांति भी मिलती है। हिंदू धर्म में चार…

  • आठवीं शताब्दी में शंकराचार्य द्वारा बनाया गया था श्रृंगेरी का मां शारदंबा मंदिर

    आठवीं शताब्दी में शंकराचार्य द्वारा बनाया गया था श्रृंगेरी का मां शारदंबा मंदिर

    आज हम श्रृंगेरी का शारदंबा मंदिर के निर्माण और इस मंदिर से जुड़ी जानकारी के बारे में चर्चा करेंगे। वैसे यह मंदिर कर्नाटक  के चिकमंगलूर जिले में तुंगा नदी के किनारे स्थित है। हिंदू धर्म के लिए आस्था का घर कहे जाने वाले शारदंबा मंदिर लगभग 1100 साल पुराना है। इस मंदिर का निर्माण आदि…

  • 23 जून से शुरू हो रही पवित्र अमरनाथ यात्रा, यहाँ हैं यात्रा से जुडी विशेष जानकारियां

    23 जून से शुरू हो रही पवित्र अमरनाथ यात्रा, यहाँ हैं यात्रा से जुडी विशेष जानकारियां

    बाबा बर्फानी के दर्शनों की आस लगाए भक्तों का इंतजार ख़त्म होने वाला है। जल्द ही भक्तों को श्री अमरनाथ के पावन एवं मंगलमय यात्रा का लाभ मिलेगा। प्रतिवर्ष निश्चित समय के लिए गुफा को भक्तों के दरशनार्थ खोला जाता है। जम्मू कश्मीर की शीतकालीन राजधानी जम्मू में आयोजित श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की बैठक…

  • ज्ञानदेव ने ऐसे किया दुष्ट विसोबा का ह्दय परिवर्तन

    ज्ञानदेव ने ऐसे किया दुष्ट विसोबा का ह्दय परिवर्तन

    एक इंसान के अंदर अनेक प्रकार की प्रवृत्तियां रहती हैं। गुस्सा, प्यार, द्वेष इत्यादि। प्रवृत्तियां समय आने पर अपने आप बाहर आ जाती है। गुस्सा आने पर हम अक्सर ऐसे कार्य कर देते है, जो हम सोच भी नहीं सकते। इससे हमारा ही नुकसान होता है और सही कार्य भी गलत हो जाता है। प्यार…