Category: सदवाणी
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जब महात्मा गांधी ने संत को गेरुआ वस्त्र का त्याग करने को कहा
एक आम इंसान को जिंदगी जीने के लिए तीन चीजों की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। खाने के लिए भोजन, रहने के लिए घर और पहनने के लिए कपड़ा। इन तीनों का हमारी जिंदगी में एक अहम योगदान है। इन तीनों में से हमारा पहनावा एक ऐसी वस्तु है जो हमारा जीवन यापन करने के…
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जब चैतन्य महाप्रभु ने चांडाल जाति के हरिदास को दी दीक्षा
इतिहास गवाह है कि समस्याएं कभी किसी का पीछा नहीं छोड़ती। चाहे वह कोई स्त्री हो, पुरुष हो, जीव जंतु हो या एक बहुत बड़ा साम्राज्य या देश ही क्यों न हो। आज जब हम अपने आसपास नजर डालते हैं तो हमें अनेक प्रकार की समस्याएं दिखाई देती हैं। जातिवाद, अशिक्षा, गरीबी, भ्रष्टाचारी इत्यादि हमारे…
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जब हजरत मूसा ने गड़रिए से जाना सच्ची इबादत का अर्थ
इबादत, प्रार्थना, मन्नत, ये तमाम ऐसे शब्द हैं जिन्हें हम तभी इस्तेमाल करते हैं, जब हमें मदद की जरूरत होती है और मददगार के रूप में हमें सिर्फ ईश्वर ही दिखाई देते हैं। इंसानों में एक भावना ऐसी होती है, जो शायद सिर्फ जरूरत पड़ने पर ही दिखाई देती है। वह भावना है प्रार्थना करने…
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जब राजा जनक ने अष्टावक्र को अपना गुरु मानकर पाया तत्वज्ञान
मनुष्य के जीवन में बुद्धि और बल दोनों महत्वपूर्ण है परंतु, बुद्धि और बल में तुलना की जाए तो बुद्धि की बल से अधिक आवश्यकता होती है। मनुष्य बुद्धि के बिना बल का सदुपयोग नहीं कर सकता। बुद्धि के कारण मनुष्य सफलता को प्राप्त कर सकता है। जिस व्यक्ति को बुद्धि बल प्राप्त होता है,…
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भक्त हर-हर गंगे कहकर गंगा स्नान करते हैं, लेकिन परेशानियां दूर क्यों नहीं होती हैं?
हिंदू मान्यताओं में, गंगा नदी का स्थान देवी देवताओं के बराबर है। गंगा नदी को सबसे पवित्र नदियों में से एक माना जाता है और इसे “गंगा मैया” के नाम से भी संबोधित किया जाता है। गंगा नदी हिमालय के उत्तरी भाग में स्थित गंगोत्री से निकलकर ऋषिकेश, हरिद्वार, कानपुर, प्रयाग, तथा अन्य शहरों से…
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जब गुरुनानक देव ने अत्याचारी सुल्तान को सही राह दिखाई
जब हम अपने आसपास देखते हैं, तो हमें विकास की ऐसी बुनियाद दिखाई देती है जिसकी हमारे पूर्वजों ने कल्पना भी नहीं की होगी। आसमान में उड़ते हवाई जहाज़, चौड़ी सड़कें, तेज गति से भागती हुई रेलगाड़ी, ये विकसित विज्ञान के तमाम ऐसे उदाहरण हैं जिनका हम अपनी निजी जिंदगी में हर रोज लाभ उठाते…
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उत्तराधिकारी के चयन की परीक्षा
लक्ष्य पद अडिग रहना, निरंतर उसे प्राप्त करने के लिए प्रयासरत रहना आपकी सफलता के गंतव्य को नज़दीक ले आता है। सफलता उसी के कदमो पर आ कर रूकती है जो अपने लक्ष्य को निर्धारित करके, उस मार्ग में आने वाली कठिनाईओ का डटकर मुकाबला, बिना रुके व थके करता है। चलिए एक छोटी सी…
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दो सिर वाले भारूंड की कहानी
आपस में द्वेष, इर्षा, फूट, घृणा, हीन भावना किसी भी जीव के लिए घातक सिद्ध हो सकती है। यह भाव किसी भी प्रकार के सही परिणाम नहीं देते, इनके कारण सदैव ही हानि होती है। इन नकारत्मक भावों से जितना बचा जाये उतना ही बेहतर होता है। इस ही बात को समझने के लिए एक…
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शिकार से परिवार का पालता था शिकारी, लेकिन हिरण के बातों ने बदल दिया उसका मन और फिर हुआ ऐसा।
शिवपुराण पढ़ते वक़्त शिवरात्रि से जुड़ी एक काफी रोचक कथा मिलती है जो कि एक शिकारी से सम्बंधित है। चलिए इस प्रचलित कथा पर नज़र डालते है। पुराने समय में एक जंगल में गुरुद्रुह नामक एक शिकारी रहता था। वह जंगली जानवरो का शिकार करके अपने परिवार का पालन पोषण करता था । एक दिन…
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उत्तराखंड के पहाड़ियों में बसा है भगवान सूर्य का भव्य 'कटारमल मंदिर'
900 साल पूराना कटारमल मंदिर एक भव्य सूर्य मंदिर है,जिसे “बढ़ा आदित्य मंदिर” के नाम से भी जाना जाता है। कटारमल, अल्मोड़ा से लगभग 17 किलोमीटर दूर स्थित है। यह मंदिर 2,116 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए कोसी नदी के पास हवालबाग और मटेला को पार करते हुए…