Category: सदवाणी
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राजा ने भिखारी से क्यों मांगी भीख
दान करना एक ऐसा कार्य है जिसके जरिए हम धर्म का ठीक-ठीक पालन कर सकते हैं। मनुष्य को दान अपनी इच्छा से करना चाहिए। किसी के दबाव में आकर किया हुआ दान का सुखद फल नहीं मिलता। प्रकृति अपना सब कुछ जीवों को बिना मांगे दे देती है और ईश्वर भी हमें हमारी योग्यता और…
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जब एक महिला ने कालिदास से पूछा कि आप कौन हैं?
आप सभी ने सुना तो होगा ही कि ‘अहंकार बुद्धि को हर लेता है’। महान से महान व्यक्ति को भी घमंड अपने आगोश में ले लेता है, भले ही वह कितना ही सिद्ध मनुष्य क्यों न हो। अहंकार किसी को नहीं छोड़ता। इसे सिर्फ ज्ञान और विवेक से ही पराजित किया जा सकता है। आज हम…
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संत ने दी शान्ति की सीख
जब तक मनुष्य स्वयं के विषय में सोचता रहता है, अपनी पीड़ा, दुख, मोह, लोभ, इन सबसे बाहर नहीं आता तब तक उसे शांति प्राप्त नहीं हो सकती। शांति प्राप्त करने के लिए मन का खाली होना अति आवश्यक है। आज इस ही बात को ध्यान में रखते हुए एक कहानी के बारे में जानेंगे…
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रामकृष्ण परमहंस के प्रेरक प्रसंग
रामकृष्ण परमहंस, जिन्हे हम सब जानते है स्वामी विवेकानंद जी के गुरु रूप में। उनका ज्ञान, काफी समय से हमे प्रेरणा देता रहा है। आज हम उनके जीवन से जुड़े तीन प्रसंग देखेंगे जो काफी प्रेरक है, एवं वे सफल जीवन के सूत्र भी बतलायेंगे। पहला प्रेरक प्रसंग एक बार जब रामकृष्ण परमहंस उपदेश दे…
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मार्ग पर चलने का निर्णय स्वयं लेना पड़ता हैं
गौतम बुद्ध, एक महान व्यक्तित्व जिनके उपदेश, ज्ञान पूर्ण बाते, जीवन, शैली, सीख, सदैव ही हम सबका मार्गदर्शन करती रही है। उनके उपदेशो के माध्यम से लोगो को जीवन के रहस्य, उसे जीने का तरीका, व्यक्तित्व का निर्माण, आदर सम्मान , सुख शान्ति सभी विषयो पर लाभ प्राप्त होता रहा है। एक दिन बुद्ध के…
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"कुत्ते भोंकते रहते हैं पर हाथी को फर्क नहीं पड़ना चाहिए"
दर्शकों, आज हम आपके समक्ष एक कहानी प्रस्तुत करने जा रहे हैं। यह कहानी एक बहुत हीं पुरानी कहावत को सच साबित करती है। वह मशहूर कहावत जिसकी हम बात कर रहे है ,वो हैं: “कुत्ते भोंकते रहते हैं पर हाथी को फर्क नहीं पड़ना चाहिए” एक बार की बात है, एक ऋषि मुनि अपने…
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कोई भी अवसर छोटा या बड़ा नही होता है
एक समय की बात है एक गाँव में मोहन नाम का एक युवक रहता था। उसके पिता किसान थे। उसके पिता चाहते कि बेटा खेती में हाथ बँटाऐ लेकिन मोहन को खेती करना छोटा काम लगता था, उसे लगता था कि उसका जन्म बड़े काम करने के लिए हुआ है। वह कम परिश्रम से ही…
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वनवासी रोज चंदन की लकड़ी जलाकर उससे कोयला बनाता और…..
ज्ञान ही वह चीज़ है, जो मनुष्यों को जानवरों से अलग करती है। मनुष्य आता तो जानवरों की श्रेणी में ही है, परंतु ज्ञान की वजह से वह सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। ज्ञान का महत्व इतना बुनियादी है कि इसके बिना मानव जीवन का अस्तित्व संभव नहीं होता इसीलिए, ज्ञान प्राप्त करना प्रत्येक मनुष्य के…
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संत तुकाराम की महिमा – अपने व्यवहार से बदल दिया विरोधी का स्वभाव
अपने जीवन को किस प्रकार शांत, सुखमय, व संतुलित बनाया जाए, कैसा आचरण व व्यवहार रखा जाए , किस प्रकार से गुण रखे जाए जिससे समाज में उन्नति प्राप्त हो, किस प्रकार इस मोह माया से दूर रहा जाये, इन संदर्भ में महान संत तुकाराम के कई उपदेश व लेख मौजूद है। आज हम उनकी…
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धैर्य का महत्व
इंसान अपना कर्म करता है, और फिर उस कर्म के फल का इंतज़ार करता है। कर्म का फल तो मनुष्य को सदैव मिलता है, पर हाँ कई बार इसमें समय ज्यादा लग जाता है। ऐसे में मनुष्य को चाहिए की वह धैर्य के आसान पर विराजमान हो। निराशा व हताशा किसी उचित परिणाम तक नहीं…